अलवर. जिले के बहरोड़ और नीमराणा क्षेत्र के हरियाणा से लगते हुए एक दर्जन से अधिक गांव में बुधवार शाम को करीब 6 बजे अचानक ओलावृष्टि हो गई. जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है. बहरोड़ नारनोल मार्ग के आसपास के कई गांवों में करीब 10 मिनट तक ओले की बरसात होती रही. जिससे सरसो, चने, जौ की फसल चौपट हो गई है. खेती की जमीन पर ओले की सफेद चादर बिछ गई. इससे किसान की मेहनत पर पानी फिर गया है.
बहरोड़ क्षेत्र के सोरवा, नांगल खोडिया, जखराना, बड्ड, अनंतपुरा, खोहरी, सहित कई दर्जन गांवों में नुकसान बताया जा रहा है. बता दें कि पिछले कई दिनों से बदले मौसम की मार किसानों को मात दे रही है. चार दिन पहले नीमराणा में बारिस के बाद ओले गिरने से किसान की फसल चौपट हुई थी तो वहीं आज बहरोड़ क्षेत्र के कई दर्जन गांवों में बारिश के साथ फिर से ओले गिरने से किसानों में हाहाकार मच गया. आसमान से गिरी आफत से किसान चारों तरफ से घिर चुका है.
ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में 4 से 7 मार्च तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने प्रदेश के 17 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई थी, लेकिन अलर्ट के 1 दिन पहले 4 मार्च को पूरी राजस्थान में ओलावृष्टि और बारिश ने दस्तक दे दी है. अलवर जिले में बुधवार को दोपहर बारिश और ओलावृष्टि हुई. जिले में कई जगह चने के आकार के ओले गिरे. दोपहर 2 बजे मौसम में अचानक बदलाव हुआ.
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5 से 7 मार्च तक मौसम बदलने का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम विक्षोभ के हिमाचल से टकराने से राजस्थान समेत नौ राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि होगी. यह मौसम किसान को लगातार डरा रहा है. ओलावृष्टि से किसानों की 50 प्रतिशत फसल बर्बाद होने का डर है. मौसम विभाग की ओर से बारिश को लेकर प्रदेश के अजमेर, टोंक, सवाई माधोपुर, जयपुर, सीकर, अजमेर, झुंझुनू, भरतपुर, दौसा, करौली, धौलपुर और पश्चिमी राजस्थान में बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू और नागौर में तेज हवा के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है.