अलवर. जयपुर की समर्थ संस्था और अलवर की निशा होम केयर की तरफ से हर साल 200 गरीब लड़के लड़कियों की शादी कराई जाती है. इसमें प्रत्येक जोड़े को बेड, अलमारी, ड्रेसिंग, गद्दे, कपड़े, राशन, घरेलू सामान एक लाख की एफडी, 100 वर्ग गज का मकान के पेपर दिए जाते हैं. कोरोना के चलते इस बार केवल 101 जोड़ों की शादी 21 अप्रैल रामनवमी के दिन कराई जाएगी. इस कार्यक्रम में ज्यादा भीड़ ना हो इसलिए सभी शादियां लड़कियों के घर पर होगी.
संस्था की संस्थापक निशा सैनी ने बताया कि गरीब लड़के लड़कियों की शादी लगातार वो 12 साल से करा रही हैं. इस कार्य में लोगों की भागीदारी रहती है. हर साल इस तरह के कार्यक्रम कराने से उनको सुकून मिलता है. गरीब बच्चियों को नया जीवन मिलता है. संस्था की तरफ से बेटियों के रहने के लिए जमीन, एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता घरेलू सामान से लोगों की मदद की जाती है. इस साल कोरोना चलते कार्यक्रम में कई तरह के बदलाव किए गए हैं.
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एक जगह कार्यक्रम ज्यादा भीड़ ना हो, इसलिए अब सभी लड़कियों के घर पर शादी का कार्यक्रम होगा. संस्था की तरफ से खाने की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी को इस तरह के कार्यक्रम करने चाहिए, आगे आकर समाज में उन लोगों की मदद करनी चाहिए. क्योंकि कोरोना काल में लोगों की परेशानी कई गुना बढ़ गई है. उनके पास खाने के लिए भोजन और राशन नहीं है. नौकरी का अभाव होने के कारण लोग खासे परेशान हैं.