अलवर. डाक विभाग ने राखी सुरक्षित पहुंचाने के लिए एक विशेष लिफाफा तैयार किया है. यह लिफाफा वाटरप्रूफ होने के साथ ही सामान्य लिफाफे से अलग है. इसमें राखी सुरक्षित तरह से भाइयों तक पहुंचेगी.
डाक विभाग ने रक्षाबंधन के पहले विदेश तक राखी पहुंचाने की योजना तैयार की है. राखी वाले लिफाफे को अलग बैग में बंद करके भेजा जाएगा. रक्षाबंधन 22 अगस्त को है. ऐसे में विभाग ने 15 दिन पहले ही डाकघरों में राखी भेजने के लिए स्पेशल लिफाफे की बिक्री शुरू कर दी है. यह लिफाफा वाटर प्रूफ है, जिससे अंदर रखी राखी खराब नहीं होगी. डाक विभाग ने एक लिफाफे की कीमत 10 रुपये रखी है. राखी भेजने पर डाक टिकट अलग से लगाना पड़ेगा.
पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण विदेश जाने वाली राखी समय से नहीं पहुंच पाईं थी, क्योंकि भारत से विदेश पहुंचने वाली डाक सामग्री को 18 दिन तक अलग रखा जाता था. उसके बाद डाक सामग्री का वितरण किया जाता था. ऐसा करने का मुख्य कारण पार्सल सामग्री के साथ अगर कोरोना का कोई वायरस नहीं पहुचे. कोई भी संक्रमण पर्याप्त समय मिलने से नष्ट हो जाए. लेकिन इस बार डाक विभाग ने विदेश राखी समय पर भेजने के लिए अलग से व्यवस्था की है.
अलवर डाक मंडल के प्रवर अधीक्षक एसएन सैनी ने बताया कि सावन के महीने में बारिश होती ही रहती है. डाक विभाग जमीन से लेकर जंगल तक बहनों की राखियां उनके भाइयों तक पहुंचाने का सबसे सशक्त माध्यम है. इसलिए इस बार तय किया गया कि 10 रुपये में वाटरप्रूफ रंगीन डिजाइनदार लिफाफा बहनों के लिए न्यूनतम दर में उपलब्ध कराया जा रहा है.
राखी भेजने का शुल्क अलग से देना होगा. डाक विभाग के इस लिफाफे को बहने खासा पसंद कर रही हैं, क्योंकि विदेशों में रहने वाले भाइयों के लिए बहने 15 से 20 दिन पहले राखी भेजना शुरू कर दी है. वहीं, डाक विभाग ने कहा कि इस लिफाफे के चलते डाक की अलग पहचान भी रहेगी. जिससे डाक सुरक्षित तौर पर गंतव्य स्थान तक पहुंचाई जाएगी.