रामगढ़ (अलवर). कोविड- 19 को लेकर जारी गाइडलाइन का रामगढ़ में एक एनजीओ की तरफ से खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई. जबकि सरकार ने सभी तरह की परीक्षाओं पर प्रतिबंध लगाया है. स्कूलों को बंद किया हुआ है और सभी कोचिंग सेंटर भी बंद हैं. बावजूद, इसके एनजीओ ने इस तरह की परीक्षाएं लेकर छात्रों के जीवन के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया है.
बता दें की रामगढ़ में उड़ान राजीविका महिला सर्वांगीण विकास सहकारी समिति लिमिटेड ने सोमवार को (एलएसी) पशुधन विकास संशोधन की परीक्षा ली, जिसमें कोविड- 19 के बारे में सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन करते हुए एक छोटे कमरे में 50 से अधिक परिक्षार्थियों को ठूस-ठूस कर बैठाया गया और किसी के भी सेनेटाइजर से हाथ साफ नहीं करवाए गए. न ही परीक्षा केंद्र को सेनेटाइज कराया गया. परीक्षार्थियों को मास्क भी नहीं लगवाए गए. मतलब बिना मास्क पहने भी परीक्षा ली गई. इस परीक्षा में खूब नकल भी होती रही.
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इधर एक ही कमरे में ठूस-ठूस कर बैठाकर इस तरह की परीक्षा देने की औपचारिकता पूरी कराने से अधिकांश परिक्षार्थियों में आक्रोश दिखाई दिया. उन्होंने बताया कि इस तरह पास-पास बैठाकर परीक्षा ली गई है. इसमें यदि एक भी युवक कोरोना पॉजिटिव हुआ तो सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. सभी की जांच और क्वॉरेंटाइन होना पड़ेगा. इस तरह औपचारिक परीक्षा कराने से मिली भगत और भ्रष्टाचार की बू आ रही है.
छात्रों ने यह भी बताया कि परीक्षा में बैठने वाले इस संस्थान से जुड़े कर्मचारियों के परिजन शामिल थे और उन्हीं को पास करने के लिए इस परीक्षा का रूप दिया गया. परीक्षार्थियों ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का खुलेआम उल्लंघन किया गया. अगर कोई भी परीक्षार्थी कोरोना पॉजिटिव निकला तो इसके परिणाम गंभीर भी सामने आ सकते हैं. उन्होंने प्रशासन से परीक्षा लेने वाली संस्था के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.