अलवर. कोरोना से हालत खराब हो रही है, दिन-ब-दिन बिगड़ते हालात के बीच लोग जनप्रतिनिधियों के पास अपनी समस्या लेकर पहुंच रहे हैं. सरकार के तमाम दावों के बाद भी हालातों में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा. ऐसे में परेशान अलवर के शहर विधायक संजय शर्मा सोमवार दोपहर कई नेताओं के साथ कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंच गए.
उसके बाद अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी का हवाला देते हुए कलेक्टर के सामने जमीन पर बैठ गए. उनके साथ बीजेपी नेता भी धरने पर बैठ गए. कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने हर संभव प्रयास का भरोसा दिया. लेकिन उन्होंने साफ कह दिया- ऑक्सीजन की कमी पूरी होनी चाहिए. नहीं तो वो यहां से नहीं हिलेंगे. इसके लिए चाहे उन्हें जेल क्यों न जाना पड़े.
यह भी पढ़ें: मुख्य सचिव ने की ऑक्सीजन की आवश्यकता एवं उपलब्धता की समीक्षा...ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की डिलीवरी शीघ्र कराने के निर्देश
सोमवार का दिन अलवर में हंगामेदार रहा, शहर विधायक संजय शर्मा ने कलेक्ट्रेट चैंबर में धरना दिया. विधायक ने कहा, अस्पतालों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. जनता परेशान है, लोगों का कहना है कि अस्पताल में मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे. अस्पताल संचालकों का कहना है, ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. प्रशासन, अलवर से ऑक्सीजन दूसरे जिलों में भेज रहा है. कांग्रेस सरकार के श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली के कहने पर मरीजों को भर्ती किया जाता है. विधायक ने कहा, जब तक समस्या का समाधान नहीं होगा, यहां से नहीं हटेंगे. हालांकि, कलेक्टर ने कहा कि सब अस्पतालों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. जहां-जितनी ऑक्सीजन की जरूरत हो सकती है, वहां भिजवा भी रहे हैं.
यह भी पढ़ें: कोरोना से जूझ रहे 90 मरीजों की जान पर संकट, ऑक्सीजन सप्लाई नहीं मिलने से अस्पताल ने खड़े किए हाथ
विधायक के धरने पर बैठने से पहले सानिया हॉस्पिटल में मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया गया. अस्पताल के प्रबंधन ने बकायदा नोटिस लगा दिया है कि उनके यहां ऑक्सीजन की कमी है. जिला प्रशासन के जरिए ऑक्सीजन पूरी नहीं मिल रही है. ऐसी स्थिति में मरीजों को भर्ती नहीं कर सकते. अस्पताल के मरीज परेशान हैं. अलवर में कई अन्य अस्पताल भी लगातार प्रशासन पर कुछ इसी तरह का आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में साफ है कि अलवर में हालात बेकाबू हो चुके हैं. प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है.