अलवर. राजस्थान में बीते दिनों राजनीति में हुए बड़े बदलाव और उथल-पुथल के चलते कांग्रेस पार्टी दो धड़ों में बंटी हुई दिखाई दी. हालांकि फिर से गहलोत सरकार ने कामकाज शुरू कर दिया है, लेकिन इस बीच अलवर सहित पूरे प्रदेश में कांग्रेस की जिला कमेटी सहित अन्य कमेटियों को भंग कर दिया गया. अब नए सिरे से कार्यकारिणी का गठन होगा. श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि ऐसे में नए कार्यकर्ताओं को मौका मिलेगा.
राजस्थान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदलने के बाद कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं. इस बीच राजनीतिक खींचतान के अलावा बयानबाजी का दौर भी चला सचिन पायलट के पक्ष में कई जिलों में जिलाध्यक्ष और अन्य कार्यकारिणी सदस्यों की ओर से इस्तीफे दिए गए. ऐसे में अलवर सहित पूरे प्रदेश में कार्यकारिणी को भंग करते हुए नए सिरे से गठन की बात कही गई.
श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कहा की प्रदेश अध्यक्ष और हाईकमान की तरफ से समय-समय पर कई तरह के बदलाव किए जाते हैं. प्रदेश अध्यक्ष जिला अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों का बदलना एक सतत प्रक्रिया है. ऐसे में पार्टी के नए कार्यकर्ताओं को मौका मिलता है. कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है. यहां कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत और काम के हिसाब से पद मिलता है.
श्रम मंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में नई कार्यकारिणी और समितियों का गठन होगा. इसमें नए पदाधिकारी चुने जाएंगे. काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मौका मिलेगा. ऐसे में नए कार्यकर्ताओं को मौका मिलेगा. कांग्रेस में नए प्रदेश अध्यक्ष के बनने के बाद जिला स्तरीय कार्यकारिणी का गठन भी जल्द होने की संभावना है. पहले जिला अध्यक्ष का चयन होगा. उसके बाद जिला स्तरीय कार्यकारिणी का गठन होगा. इसके अलावा प्रदेश में अन्य कार्यकारिणी भी बनाई जाएंगी. कांग्रेसियों की माने तो कांग्रेस आलाकमान की तरफ से राजस्थान में पूरे मामले की जांच के लिए विशेष कमेटी का गठन भी किया गया है.