अलवर. शांत शहर से अलवर अब बदमाशों का गढ़ बनता जा रहा है. अब जेल के अंदर बंद बदमाश अब खुलेआम धमकी दे रहे हैं और घटनाओं को अंजाम दिलवा रहे है. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. जहां गज्जू गिरोह के एक गुर्गे ने भिवाड़ी के एक मिठाई कारोबारी से फोन पर रंगदारी मांगी. फोन करने वाले ने 20 लाख रुपए की मोटी रकम की मांग की है. साथ ही रुपए नहीं देने पर जान से मारने तक की धमकी दी.
इस घमकी के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और अलवर जेल में गुर्गे के पास से फोन बरामद किया. कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है. फोन करने वाले के बारे में पता लगाया जा रहा है. अलवर जेल में बंद गज्जू गिरोह के सदस्य सैदपुर निवासी चरणसिंह ने शुक्रवार सुबह अलवर जेल से इस पूरी वारदात को अंजाम दिया.
चरणसिंह ने अपने गिरोह के सरगना गज्जू के निर्देश पर धमकी देना बताया है. घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच के लिए चरणसिंह को अलवर जेल से और गज्जू को गुरुग्राम की भोंडसी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर भिवाड़ी लाया जाएगा.
जेल में बरामद हुआ मोबाइल
मिठाई विक्रेता को फोन पर धमकी देने की सूचना मिलते ही भिवाड़ी पुलिस तत्काल हरकत में आ गई. थानाधिकारी ने अलवर जेल के अधिकारियों से सम्पर्क कर घटना की जानकारी दी. इसके बाद जेल अधीक्षक राजेन्द्र कुमार के नेतृत्व में जेलकर्मियों ने गज्जू गिरोह के गुर्गे चरणसिंह की तलाशी ली गई, जिसमें उसके कब्जे से एक मोबाइल बरामद हुआ है. इसके बाद पुलिस ने चरणसिंह को अलग बैरक में शिफ्ट कर दिया. इससे पहले धमकी देकर 30 लाख रुपए मांगे थे.
रंगदारी मांगने का ये पहला मामला नहीं
अलवर में जेल से रंगदारी मांगने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी 23 अगस्त 2017 को भी गज्जू ने इसी मिष्ठान विक्रेता को फोन कर धमकी देते हुए 30 लाख रुपए की डिमांड की थी. तब रुपए नहीं मिलने पर गज्जू और उसके गुर्गों ने आतंक फैलाने के लिए उक्त मिष्ठान भंडार सहित एक रेस्त्रा और एक फर्नीचर के शोरूम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. उस समय गनीमत यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ.2016 में भी इसी तरह मोटी रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी.
गज्जू गिरोह के गुर्गे ने जेल से मांगी रंगदारी...मिठाई कारोबारी को किया फोन और फिर... - अलवर जेल
गज्जू गिरोह के एक गुर्गे ने भिवाड़ी के एक मिठाई कारोबारी से फोन पर रंगदारी मांगी. फोन करने वाले ने 20 लाख रुपए की मोटी रकम की मांग की है. साथ ही रुपए नहीं देने पर जान से मारने तक की धमकी दी.
![गज्जू गिरोह के गुर्गे ने जेल से मांगी रंगदारी...मिठाई कारोबारी को किया फोन और फिर...](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/768-512-2772679-203-dcdd2b40-ba37-429a-b1f8-2336c89599ff.jpg?imwidth=3840)
अलवर. शांत शहर से अलवर अब बदमाशों का गढ़ बनता जा रहा है. अब जेल के अंदर बंद बदमाश अब खुलेआम धमकी दे रहे हैं और घटनाओं को अंजाम दिलवा रहे है. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. जहां गज्जू गिरोह के एक गुर्गे ने भिवाड़ी के एक मिठाई कारोबारी से फोन पर रंगदारी मांगी. फोन करने वाले ने 20 लाख रुपए की मोटी रकम की मांग की है. साथ ही रुपए नहीं देने पर जान से मारने तक की धमकी दी.
इस घमकी के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और अलवर जेल में गुर्गे के पास से फोन बरामद किया. कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है. फोन करने वाले के बारे में पता लगाया जा रहा है. अलवर जेल में बंद गज्जू गिरोह के सदस्य सैदपुर निवासी चरणसिंह ने शुक्रवार सुबह अलवर जेल से इस पूरी वारदात को अंजाम दिया.
चरणसिंह ने अपने गिरोह के सरगना गज्जू के निर्देश पर धमकी देना बताया है. घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच के लिए चरणसिंह को अलवर जेल से और गज्जू को गुरुग्राम की भोंडसी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर भिवाड़ी लाया जाएगा.
जेल में बरामद हुआ मोबाइल
मिठाई विक्रेता को फोन पर धमकी देने की सूचना मिलते ही भिवाड़ी पुलिस तत्काल हरकत में आ गई. थानाधिकारी ने अलवर जेल के अधिकारियों से सम्पर्क कर घटना की जानकारी दी. इसके बाद जेल अधीक्षक राजेन्द्र कुमार के नेतृत्व में जेलकर्मियों ने गज्जू गिरोह के गुर्गे चरणसिंह की तलाशी ली गई, जिसमें उसके कब्जे से एक मोबाइल बरामद हुआ है. इसके बाद पुलिस ने चरणसिंह को अलग बैरक में शिफ्ट कर दिया. इससे पहले धमकी देकर 30 लाख रुपए मांगे थे.
रंगदारी मांगने का ये पहला मामला नहीं
अलवर में जेल से रंगदारी मांगने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी 23 अगस्त 2017 को भी गज्जू ने इसी मिष्ठान विक्रेता को फोन कर धमकी देते हुए 30 लाख रुपए की डिमांड की थी. तब रुपए नहीं मिलने पर गज्जू और उसके गुर्गों ने आतंक फैलाने के लिए उक्त मिष्ठान भंडार सहित एक रेस्त्रा और एक फर्नीचर के शोरूम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. उस समय गनीमत यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ.2016 में भी इसी तरह मोटी रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी.
अलवर. शांत शहर से अलवर अब बदमाशों का गढ़ बनता जा रहा है. अब जेल के अंदर बंद बदमाश अब खुलेआम धमकी दे रहे हैं और घटनाओं को अंजाम दिलवा रहे है. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. जहां गज्जू गिरोह के एक गुर्गे ने भिवाड़ी के एक मिठाई कारोबारी से फोन पर रंगदारी मांगी. फोन करने वाले ने 20 लाख रुपए की मोटी रकम की मांग की है. साथ ही रुपए नहीं देने पर जान से मारने तक की धमकी दी.
इस घमकी के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और अलवर जेल में गुर्गे के पास से फोन बरामद किया. कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है. फोन करने वाले के बारे में पता लगाया जा रहा है. अलवर जेल में बंद गज्जू गिरोह के सदस्य सैदपुर निवासी चरणसिंह ने शुक्रवार सुबह अलवर जेल से इस पूरी वारदात को अंजाम दिया.
चरणसिंह ने अपने गिरोह के सरगना गज्जू के निर्देश पर धमकी देना बताया है. घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच के लिए चरणसिंह को अलवर जेल से और गज्जू को गुरुग्राम की भोंडसी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर भिवाड़ी लाया जाएगा.
जेल में बरामद हुआ मोबाइल
मिठाई विक्रेता को फोन पर धमकी देने की सूचना मिलते ही भिवाड़ी पुलिस तत्काल हरकत में आ गई. थानाधिकारी ने अलवर जेल के अधिकारियों से सम्पर्क कर घटना की जानकारी दी. इसके बाद जेल अधीक्षक राजेन्द्र कुमार के नेतृत्व में जेलकर्मियों ने गज्जू गिरोह के गुर्गे चरणसिंह की तलाशी ली गई, जिसमें उसके कब्जे से एक मोबाइल बरामद हुआ है. इसके बाद पुलिस ने चरणसिंह को अलग बैरक में शिफ्ट कर दिया. इससे पहले धमकी देकर 30 लाख रुपए मांगे थे.
रंगदारी मांगने का ये पहला मामला नहीं
अलवर में जेल से रंगदारी मांगने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी 23 अगस्त 2017 को भी गज्जू ने इसी मिष्ठान विक्रेता को फोन कर धमकी देते हुए 30 लाख रुपए की डिमांड की थी. तब रुपए नहीं मिलने पर गज्जू और उसके गुर्गों ने आतंक फैलाने के लिए उक्त मिष्ठान भंडार सहित एक रेस्त्रा और एक फर्नीचर के शोरूम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. उस समय गनीमत यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ.2016 में भी इसी तरह मोटी रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी.
Conclusion: