अलवर. कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर अलवर के कंपनी बाग में हुए हांडी फोड़ कार्यक्रम में केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Shekhawat in Alwar) दिल्ली से सड़क मार्ग के रास्ते अलवर पहुंचे. भिवाड़ी, तिजारा, किशनगढ़बास सहित जगह-जगह पर उनका स्वागत हुआ. यहां उन्होंने पॉलिटिकल बयानों की झड़ी लगा दी. फोन टैपिंग, प्रदेश में कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात, ईआरसीपी जैसे तमाम मुद्दों पर राय जाहिर की.
मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस तरह से भगवान श्री कृष्ण ने दानवों का नाश किया था उसी तरह से हम लोगों को कांग्रेस सरकार को प्रदेश से समाप्त करना है. उन्होंने कहा प्रदेश के मुख्यमंत्री फोन टैपिंग में वॉइस सैंपल लेने की बात कहते हैं लेकिन आज तक उन्होंने सैंपल नहीं लिया. मुख्यमंत्री न्यायालय में गए, लेकिन उनकी याचिका खारिज हो गई.उसके बाद उन्होंने फिर से अपील नहीं की. अगर मुख्यमंत्री बार बार उनका नाम लेंगे तो वो मानहानि का दावा करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने भी 100 गलतियां माफ की थी. वो भी गलतियों की गिनती कर रहे हैं.
डोटासरा पर बरसे शेखावत: शेखावत ने पिछले दिनों पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बयानों को आधार बनाकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा- बीते दिनों कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि वो सीकर के रहने वाले हैं. उन्होंने सीकर का पानी पिया है, तो गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी जोधपुर का पानी पिया है. वो प्रत्येक चुनौती के लिए तैयार हैं. अपने बयान में केन्द्रीय मंत्री ने डोटासरा को झूठा तक करार दिया. कहा- सीकर का पानी इतना झूठा नहीं है. जितनी गोविंद सिंह डोटासरा झूठ बोलते हैं. अगर वो कहते हैं कि मैं झूठा हूं तो मैं जोधपुर का रहने वाला हूं और मैंने जोधपुर का पानी पिया है. मेरी ही विधानसभा क्षेत्र के प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं. उन्होंने भी जोधपुर का ही पानी पिया है.अब गोविंद सिंह डोटासरा ये फैसला कर लें कि कौन झूठा है.
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'ERCP पर वसुंधरा का प्रस्ताव गलत तो...': ERCP के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार असल में ईआरसीपी को लागू नहीं करना चाहती है. प्रदेश में ये भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं. वसुंधरा सरकार के समय जो प्रस्ताव बनकर गया उस प्रस्ताव में गलती थी. गहलोत सरकार को फिर से सही प्रस्ताव बनाकर भेजना चाहिए. साथ ही मध्य प्रदेश ने अभी तक ERCP के लिए एनओसी नहीं दी है. कांग्रेस सरकार को मध्य प्रदेश से एनओसी लेनी चाहिए.
क्या होंगे सीएम का चेहरा: CM चेहरे को लेकर सवाल उठा तो शेखावत ने कहा कि वो किसी भी जिम्मेदारी के लिए तैयार है. बोले मैं छात्र राजनीति से आया हूं. छात्र राजनीति के बाद लगातार संगठन और पार्टी के लिए काम किया है. पार्टी के लिए छोटी से बड़ी सभी जिम्मेदारी निभाई है. ऐसे में पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे पूरी करूंगा. आगे कहा- हालांकि प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि भाजपा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने ये फैसला लिया है. पार्टी का फैसला सर्वोपरि होता है. वैसे भी देश में नरेंद्र मोदी से बड़ा चेहरा कोई नहीं है. ऐसे में प्रदेश में इस मुद्दे पर बात अब नहीं करनी चाहिए.
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गहलोत पर तंज: सीएम गहलोत के राहुल गांधी की सरपरस्ती में काम करने वाली बात पर शेखावत ने तंज कसा. कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि अगर राहुल गांधी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो बड़े नेता पार्टी से दूर हो जाएंगे. मेरा मानना है कि अगर राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया तो वैसे भी पार्टी खत्म हो जाएगी और पार्टी के सभी नेता पार्टी से दूर हो जाएंगे.
क्या बोले थे डोटासरा: पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने राजधानी जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है. अगर उसके बाद भी यह बोलना मानहानि है, तो यह मानहानि सहन करने के लिए मैं तैयार हूं. डोटासरा ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान की सेवा करने का मौका मिला, लेकिन वो न तो राजस्थान के लोगों की प्यास बुझा पा रहे हैं, न ही महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर अपनी बात रख पा रहे हैं. पता नहीं मेरी उम्र ज्यादा है या गजेंद्र सिंह शेखावत की, लेकिन उनके बालों को देखकर लगता है कि वह मेरे बड़े भाई की तरह हैं. लेकिन सीकर के पानी में तो इतनी झूठ नहीं है. गजेंद्र सिंह ने कहां से इतना झूठ बोलना सीखा, यह मेरी समझ से बाहर है.