अलवर. ऑक्सीजन के लिए तड़पते मरीजों के परिजनों को सिलेंडर उपलब्ध कराने का झांसा देकर करीब 70 लाख रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने अलवर निवासी मास्टरमाइंड पोस्टमैन शिवलाल को गिरफ्तार किया है. गिरोह के लोग ऑक्सीजन सप्लायर बनकर इंटरनेट पर अपना नंबर उपलब्ध कराते थे. उसके बाद इमरजेंसी में कोविड के परिजन नंबर पर संपर्क करते तो उनसे हर सिलेंडर के 40 से 50 हजार रुपए भुगतान ऑनलाइन करवा लेते थे. इसके बाद फोन नंबर बंद कर देते थे.
आरोपी जिन खातों में पैसे जमा करवाते थे, वो भी फर्जी नाम पते से खुलवाए हुए थे. पोस्टमैन डाक से आए बैंक खातों के एटीएम कार्ड को साथियों को उपलब्ध करा था. गिरोह के लोग इन्हें एक्टिव कर रकम निकालते थे. ठग कई सालों से यह खेल खेल रहे थे. दिल्ली में ऑक्सीजन का संकट गहराया, तो उन्होंने कोविड मरीजों के परिजनों को शिकार बनाना शुरू किया.
ठगी की शिकार हुई दिल्ली के ऋषि नगर रानी बाग निवासी नंदिनी सूद की ओर से 6 मई 2021 को एक एफआईआर दर्ज कराई गई था. इसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जांच पड़ताल शुरू की. टीम ने इंटरनेट पर उपलब्ध मोबाइल नंबर, उनकी लोकेशन और रकम जमा करने के लिए दिए गए बैंक खाते आदि की साइबर सेल से जांच कराई.
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इसमें ठगी के तार अलवर और भरतपुर जिले से जुड़े गिरोह के मिले. भरतपुर जिले के बावड़ी और पथेड़ी क्षेत्र से ऑपरेट हो रहा था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने दिल्ली व एनसीआर में 60 से 70 लाख रुपए की ठगी की है. दिल्ली पुलिस की टीम के अनुसार ठगी की रकम जिस खाते में जमा की जा रही थी. उस खातेदार का पता काला कुआं अलवर लिखा गया था. किसी भी बैंक खाते में मकान नंबर नहीं था. इसके बाद डीसीपी मोनिका भारद्वाज के नेतृत्व में एक टीम अलवर आई.
टीम ने अलवर के काला कुआं एरिया में उन नामों की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. इस पर काला कुआं क्षेत्र के पोस्टमैन शिव लाल शर्मा निवासी भूगोल से जानकारी ली गई. शक होने पर पुलिस ने उसे निगरानी में लिया. गिरोह के लोगों से मिले होने के शक में मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की. ठगी गिरोह के साथ होना कबूला. इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया व उसको अपने साथ दिल्ली ले गई. दिल्ली पुलिस लगातार इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है. वहीं दूसरी तरफ अलवर में डाक विभाग की तरफ से भी इस मामले में शिवलाल के खिलाफ जांच पड़ताल शुरू की गई है.