अलवर. जिला पुलिस ने वाहनों के इंजन में चेचिस नंबर गोदकर फर्जी आरसी तैयार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से फर्जी नंबर प्लेट लगी मोटरसाइकिल, फर्जी आरसी, फर्जी आरसी तैयार करने के उपकरण, लैपटॉप, रंगीन प्रिंटर सहित अन्य सामग्री भी बरामद की है. इस गिरोह के बीकानेर, करौली, जयपुर औप श्रीगंगानगर जिले तक संपर्क है.
पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि चोरी के वाहनों को सस्ते दामों में खरीदकर इंजन में चेचिस नंबर गुटका उसी नंबर की नंबर प्लेट लगाकर महंगे दामों में बेचने का नया तरीका इन अपराधियों ने इजाद किया है. यह अपराधी अपना शौक पूरा करने के लिए वाहनों को खरीदते हैं और अपराधी वारदातों में उपयोग कर इनको फिर पटक जाते हैं. इस तरह की वारदातों होने की जानकारी पुलिस को मिली, तो अरावली विहार थाना पुलिस और लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस की टीम और डीएसटी ने कार्रवाई करते हुए इस गिरोह का पर्दाफाश किया है.
पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि 19 जून की रात को डीएसटी टीम को सूचना मिली कि मेगा हाईवे पर सैयद बाबा की मजार के पास एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर बेचने के लिए किसी का इंतजार कर रहा है, जिसकी मोटरसाइकिल के अंत में 2595 नंबर है. इस सूचना पर पुलिस मेगा हाईवे से सैयद बाबा की मजार के पास पहुंची. वहां एक लड़का उस नंबर की गाड़ी को लेकर खड़ा था. पुलिस को देखकर वह भागने लगा, लेकिन मोटरसाइकिल स्टार्ट नहीं होने पर मौके पर ही पुलिस ने उसे मोटरसाइकिल सहित दबोच लिया.
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पुलिस ने बताया कि आरोपी का नाम जाहिद पुत्र शहीद जिला भरतपुर है. पुलिस ने उसे मोटरसाइकिल के कागजात पेश करने को कहा तो, उसने आरसी पेश की जिसका मिलान किया गया तो आरसी में मोटरसाइकिल के इंजन नंबर चेचिस नंबर में विरोधाभास था. पूछताछ की गई तो उसने मोटरसाइकिल चोरी होना बताया. साथ ही उन्होंने अपने साथी मकबूल पुत्र साहब खान निवासी ढ़ोंगड़ी गोविंदगढ़ अलवर से फर्जी आरसी तैयार करवाना बताया है. इसकी सूचना पर मकबूल को उसकी रिश्तेदारी में तूलेड़ा से गिरफ्तार किया गया है.
फिर मकबूल ने मोटरसाइकिल पर फर्जी इंजन में चेचिस नवंबर रविंद्र कुमार पुत्र फूलचंद खाती निवासी जिला भरतपुर से गोदवा कर स्वयं लैपटॉप में रंगीन प्रिंटर से फर्जी आरसी तैयार करना कबूला. जिसकी निशानदेही पर दोगड़ी का बास से लैपटॉप, रंगीन प्रिंटर बरामद किए गए और रविंद्र को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से बाइक पर इंजन में चेचिस गोदने के औजार बरामद किए गए.
पुलिस ने बताया कि इस मामले में जाहिद, मकबूल, रविंद्र कुमार और इस्माइल खां को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मकबूल के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं. इस्माइल के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज है. पुलिस ने इसी क्रम में लक्ष्मणगढ़ पुलिस थाना द्वारा इस चोरी की बाइक को फर्जी इकरारनामा के मामले में स्माइल को गिरफ्तार किया है. यह लक्ष्मणगढ़ पुलिस थाना अंतर्गत गांव हरसाना का रहने वाला है. पुलिस ने उसके कब्जे से एक बाइक, एक फर्जी आरसी, एक फर्जी इकरारनामा भी बरामद किया है.
पुलिस ने बताया कि इस्माइल इस गिरोह के सदस्य वाहन चोरों से संपर्क कर चोरी के वाहन खरीदते और उन वाहनों पर अपने हिसाब से फर्जी नंबर चेचिस नंबर गोदकर लैपटॉप पर रंगीन प्रिंटर फोटोशॉप सॉफ्टवेयर से फर्जी रंगीन आरसी तैयार करते थे, जो हूबहू और जिला परिवहन कार्यालय जैसी लगती थी, उसका पहचान करना बहुत मुश्किल होता था. उसके बाद इन वाहनों को भी महंगे दामों पर बेचते थे.
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पुलिस ने बताया है कि इस गिरोह का सरगना मकबूल आईटीआई से सिविल इंजीनियर है और नेशनल क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी में एरिया मैनेजर की नौकरी करता है. यह लैपटॉप और रंगीन प्रिंटर की सहायता से फोटोशॉप सॉफ्टवेयर से फर्जी आरसी तैयार करने में माहिर है. रविंद्र कुमार बामनवाड़ी में मोटरसाइकिल रिपेयरिंग का काम करता है, जो वाहनों पर नंबर गोदने का काम करता है.
इस गिरोह द्वारा पूर्व में हरसाना निवासी इस्माइल को एक बाइक सहित जिला गंगानगर के सूरतगढ़ शहर में 8 बाइक, कार के फर्जी नंबर गोद कर उसी नंबर की फर्जी आरसी तैयार कर भेजी गई थी. यह गिरोह वाहनों की फर्जी बीमा पॉलिसी भी तैयार कर देता है. पुलिस ने बताया कि गिरोह से पूछताछ जारी है. कौन-कौन इनके संपर्क में है और फर्जी आरसी बीमा पॉलिसी तैयार कर बेचने के मामले की और गंभीरता से जांच की जा रही है.