अलवर. पूर्व मंत्री डॉ. रोहिताश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व कमजोर है. वो ना ही तो दौरा करता है और ना ही राजस्थान की भौगोलिक स्थिति का उसे पता है, बावजूद प्रदेश के तीन-तीन मंत्री केंद्र सरकार में हैं. वह अपने क्षेत्र तक ही सीमित हैं. ऐसे में प्रदेश विपक्ष की भूमि को सही ढंग से नहीं निभा रहे हैं. इस बात पर कुछ स्वार्थी नेताओं ने मेरा निष्कासन कर दिया. जब यह बात हाईकमान तक पहुंची तो हाईकमान एक जांच कराई. उस जांच में पता चला की सचमुच नेताओं ने दौरे नहीं किए.
कोराना जैसी महामारी के दौरान भी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, अलवर नहीं आए. इसके तत्काल बाद हाईकमान से निर्देश मिला तो उनके दौरे शुरू हो गए. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अलवर पहुंचे इसके बाद प्रधानमंत्री के आदेश पर जन आशीर्वाद यात्रा शुरू हो गई. हाल ही में इस जन आशीर्वाद यात्रा में भूपेंद्र यादव ने भिवाड़ी में ही प्रदेश की नेता वसुंधरा राजे को माना और प्रदेश की वसुंधरा के नेतृत्व की तारीफ की. उनके कामकाज की भी तारीफ की. स्वयं जिस रथ में जन आशीर्वाद यात्रा कर रहे थे, उसमें भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की फोटो लगाकर पूरे प्रदेश को यह संदेश दिया कि वसुंधरा ही राजस्थान में नेता हैं.
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पूर्व मंत्री शर्मा ने कहा कि अलवर के बानसूर के छोटभइए नेताओं ने भी बैनरो में वसुंधरा राजे की फोटो लगाई है. शर्मा ने इस बात की खुशी जाहिर करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने दूध का दूध पानी का पानी कर दिया और छोभइए नेता देखते ही रह गए.
वहीं, बानसूर बीजेपी नेतृत्व को शर्मा ने बिल्कुल कमजोर बताया. अलवर के किशनगढ़ में पूर्व विधायक रामहेत यादव क्षेत्र के विकास के लिए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र से 25 लाख रुपए की डिमांड रखी, उनकी डिमांड क्षेत्र के विकास के लिए पूरी की. बानसूर में नेता नहीं होने के कारण बीजेपी ने कोई मांग नहीं रखी. ऐसे में केंद्रीय मंत्री की यात्रा का लाभ बानसूर की जनता को नहीं मिला. वहीं, वसुंधरा समर्थक रहे पूर्व मंत्री डॉ. रोहिताश्व शर्मा ने भूपेंद्र यादव का तहे दिल से आभार जताया. शर्मा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने, जिन राजस्थान के नेताओं की आंखें बंद थी, उन आंखों को खोलने का काम किया है.