अलवर. जिले के औद्योगिक क्षेत्र एमआईए बुधवार को फिर 12 साल पहले जैसे हादसे का शिकार हो सकता था. दरअसल एमआईए में स्थित फैक्ट्री अजन्ता कैमिकल्स में सूखी घास में लगी आग से उठी चिंगारी ने पास स्थित फैक्ट्री लोर्ड क्लोरो के खाली पडे़ प्लाट को अपनी चपेट में ले लिया था. यह आग करीब 2 बीघा खेत में जंगल की आग के जैसे लगी जिस पर काबू पाना मुश्किल हो गया. एक तरफ लोर्ड क्लोरो के प्लान्ट में क्लोरीन गैस बनती है तो दूसरी तरफ हाईड्रोजन गैस और दोनों ही जहरीली गैसें हैं.
आग की सूचना करीब 1 बजे कन्द्रोल रुम को दी गई जिसके बाद रीको विभाग के दमकल कर्मचारी मौके पर पहुंचे जिन्होंने भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग बुझाने के लिए नगर परिषद के दमकल कर्मियों को भी सूचना दी तो उन्होंने दमकल खराबी की सूचना देकर अपना पल्ला झाड़ लिया. दमकल गाड़ियों में पानी खत्म होने पर लोर्ड क्लोरो फैक्ट्री के पानी से आग पर काबू पाया गया.
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अगर औद्योगिक क्षेत्र एमआईए में स्थित रीको विभाग के दमकल कर्मचारी भी ऐसा करने लगते तो आस पास का इलाका स्वाहा हो सकता है. औद्योगिक क्षेत्र एमआईए में स्थित रीको विभाग के अन्तर्गत आने वाली करीब 3000 फैक्ट्रियां व 6 थानों से जुड़े ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय निवासी केवल एक ही दमकल वाहन के भरोसे पर हैं, लेकिन रीको विभाग अधिकारीयों कि हठधर्मिता के आगे संकट से जुझना पड़ रहा है. फैक्ट्री लोर्ड क्लोरो व पूर्व मोदी ऐल्कलीज में पूर्व में 12 साल पहले भी क्लोरीन गैस टैंक में भयानक आग लगने की घटना हुई थी, इसके बाद भी प्रशासन नहीं चेत रहा है. कैमिकल्स की फैक्ट्र्यों मे हजारों पानी टैंक खपत होने की स्थिति में रीको विभाग एक दमकल वाहन के भरोसे है.