अलवर. हरियाणा के रेवाड़ी क्षेत्र के रहने वाले कैलाश ने अपनी बेटी की शादी टूटने और समाज के डर से खुशखेड़ा स्थित अपनी बहन के घर पर आत्महत्या कर ली. शादी से एक दिन पहले लड़के वालों ने दहेज में पैसे और सामान को लेकर शादी तोड़ने की बात कही थी. इसके बाद कैलाश अपनी बहन के घर आ गया. यहां उसने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
आपको बता दें कि पुलिस को कैलाश के शव के पास एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने लड़के के पिता और उसके रिश्तेदारों का नाम लिखते हुए उनको कठोर सजा देने की प्रार्थना की है. साथ ही परिवार को अपना लेन-देन का हिसाब भी बताया है. इस घटना के बाद से खुशी का माहौल मातम में बदल गया, तो वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
क्या था मामला?
21 नवंबर को लगन जा रहा था. लगन से एक दिन पहले कैलाश और उनकी बहन का बेटा नरेंद्र लड़के के परिजनों की डिमांड के अनुसार ब्रांडेड फर्नीचर लेने के लिए रेवाड़ी गए थे. लड़के वाले दहेज में पांच लाख 51 हजार रुपए नकद लेने की मांग कर रहे थे. इसके अलावा ब्रांडेड फर्नीचर, घरेलू सामान, भाइयों को सोने की अंगूठी, जेवरात और रिश्तेदारों को पैसे में कपड़े सहित अन्य सामान देने की मांग कर रहे थे. जबकि कैलाश तीन लाख 51 हजार रुपए नगद देने की बात कह रहे थे. लड़के वालों के नहीं मानने पर रिश्तेदारों के समझाने पर कैलाश पांच लाख एक हजार रुपए दहेज के रूप में देने के लिए तैयार हो गए. लेकिन लड़के वाले अपनी बात पर अडिग थे. ऐसे में उन्होंने रिश्ता तोड़ते हुए लगन लेकर नहीं आने की बात कही.
यह भी पढ़ें: कोरोना के खिलाफ नई जंग...8 शहरों में Night Curfew, जान लीजिए जरूरी गाइडलाइन
फोन पर हुई अनसुनी के बाद परेशान कैलाश भांजे नरेंद्र के साथ भिवाड़ी में रहने वाली अपनी बहन के घर आ गया, यहां रात को रुका था. नरेंद्र ने कैलाश को अपने ऑफिस में रुकवाया. उसके बाद नरेंद्र अपने घर चला गया, सुबह जब नरेंद्र के पिता कैलाश से मिलने ऑफिस में पहुंचे तो वह फांसी के फंदे पर लटका हुआ था. मामले की सूचना तुरंत भिवाड़ी पुलिस को दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और कैलाश को नीचे उतारा. उसके बाद रेवाड़ी में रहने वाले उसके परिजनों को मामले की जानकारी दी गई. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले किया.
यह भी पढ़ें: चूरू: श्रीराम गौशाला में 83 गोवंश ने तोड़ा दम, मौत के कारणों की पुष्टि नहीं
पुलिस को शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, उसमें लिखा है कि मैंने अपनी लड़की का रिश्ता रवि पुत्र सुनील कुमार गांव कासन कर रखा था. मैंने अपनी सभी तैयारी पूर्ण रूप से कर रखी है. सुनील और उसका साडू सरपंच मुझे बार-बार दहेज के लिए परेशान कर रहे हैं. मैं अपनी हैसियत के हिसाब से 13 से 15 लाख रुपए लगाने को तैयार था. किंतु सुनील और मामचंद व मंजू देवी मुझको बार-बार परेशान कर रहे हैं. मैं इतना खर्च नहीं कर सकता. मैं समाज में अपनी इज्जत बचाने के लिए कल कासन गांव में गया, उन लोगों ने रिश्ते के लिए मना कर दिया. मैं अब समाज में जिंदा नहीं रह सकता.
उसने आगे लिखा कि मेरी मौत के गुनहगार सुनील कुमार, विनय पाल, मामचंद और मनुदेवी हैं. मेरी मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार और अन्य प्रमुख लोगों से प्रार्थना है कि इनको कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाए. इसके अलावा कैलाश ने अपने सुसाइड नोट में अपना लेन-देन का हिसाब लिखते हुए अपने परिवार के लोगों का नाम लिखा, तो उनको अंतिम प्रणाम लिखा. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है. वहीं जिस घर में कल तक खुशियों के गीत गाए जा रहे थे. वहां आज मातम का माहौल है. परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. पुलिस ने कहा कि अभी तक मामले में लिखित शिकायत नहीं दी गई है. लेकिन जल्द ही शिकायत मिलने के बाद सख्त कदम उठाए जाएंगे.