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अलवर में कोविड केयर के रूप में 500 बेड की 2 अस्पतालों में सुविधा शुरू - अलवर कोरोना अपडेट

अलवर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 3 हजार हो चुकी है. तेजी से बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण को देखते हुए प्रशासन की तरफ से कई बड़े बदलाव किए गए हैं. अब कोरोना संक्रमित का इलाज शहर से दूर लॉर्ड्स हॉस्पिटल और ईएसआई मेडिकल कॉलेज में होगा. प्रशासन की तरफ से दोनों ही जगह पर व्यवस्थाएं कर ली गई हैं. मरीजों को शिफ्ट करने का काम शुरू हो चुका है.

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500 बेड की 2 अस्पतालों में सुविधा शुरू
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Published : Jul 27, 2020, 1:46 AM IST

अलवर. जिला कोरोना का सेंटर बन चुका है. राजस्थान में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज अलवर में मिल रहे हैं. लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन और जिला कलेक्टर की तरफ से बड़ा फैसला लिया गया है. शहर से दूर दो अस्पताल लॉर्ड्स और ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन का अधिग्रहण किया है. लॉर्ड्स अस्पताल में 200 बेड कोविड केयर के रूप में चलेंगे. वहीं 5 बेड आईसीयू के रूप में होंगे.

500 बेड की 2 अस्पतालों में सुविधा शुरू

इसके अलावा ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन में 300 मेडिकल केयर सेंटर और 50 बेड का अस्पताल होगा. दोनों ही जगह पर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. मरीजों को शिफ्ट करने का काम भी शुरू हो चुका है. ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में 20 मरीजों को रविवार को शिफ्ट किया गया. स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही गंभीर मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. उनको बेड नहीं मिल रहे थे. ऐसे में ज्यादा बेड की आवश्यकता थी. अलवर राजस्थान का पहला जिला बन गया है, जहां कोविड मरीजों के लिए अलग अस्पताल होगा. इसका फायदा मरीजों को मिलेगा। तो वही संक्रमण फैलने खतरा भी नहीं रहेगा.

पढ़ेंः बूंदी में कोरोना के 11 नए मामले, कुल संक्रमितों की संख्या हुई 96

अभी तक शहर के बीचोंबीच राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में कोविड मरीजों का इलाज हो रहा था. साथ ही अस्पताल में ही आईसीयू और मरीज के भर्ती की सुविधा थी. ऐसे में अन्य लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. प्रतिदिन 3 से 4 हजार मरीज इलाज के लिए अस्पताल में आते हैं. वहीं कोविड मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. कोविड ओपीडी में प्रतिदिन 200 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे थे. लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही थी.

पढ़ेंः कोरोना जागरूकता के लिए नाटक का मंचन...

ऐसे में कोरोना की जांच कराने और ओपीडी में इलाज कराने के लिए मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. दूसरी तरफ तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण उनको बेड की सुविधा भी नहीं मिल रही थी. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है. शहर से दूर इलाज की सुविधा शुरू की गई है. स्वास्थ विभाग के अधिकारी ने कहा कि इससे मरीज को तो फायदा होगा. साथ ही संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा. यह दोनों अस्पताल कोविड केयर सेंटर के रूप में चलेंगे.

अलवर. जिला कोरोना का सेंटर बन चुका है. राजस्थान में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज अलवर में मिल रहे हैं. लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन और जिला कलेक्टर की तरफ से बड़ा फैसला लिया गया है. शहर से दूर दो अस्पताल लॉर्ड्स और ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन का अधिग्रहण किया है. लॉर्ड्स अस्पताल में 200 बेड कोविड केयर के रूप में चलेंगे. वहीं 5 बेड आईसीयू के रूप में होंगे.

500 बेड की 2 अस्पतालों में सुविधा शुरू

इसके अलावा ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन में 300 मेडिकल केयर सेंटर और 50 बेड का अस्पताल होगा. दोनों ही जगह पर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. मरीजों को शिफ्ट करने का काम भी शुरू हो चुका है. ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में 20 मरीजों को रविवार को शिफ्ट किया गया. स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही गंभीर मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. उनको बेड नहीं मिल रहे थे. ऐसे में ज्यादा बेड की आवश्यकता थी. अलवर राजस्थान का पहला जिला बन गया है, जहां कोविड मरीजों के लिए अलग अस्पताल होगा. इसका फायदा मरीजों को मिलेगा। तो वही संक्रमण फैलने खतरा भी नहीं रहेगा.

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अभी तक शहर के बीचोंबीच राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में कोविड मरीजों का इलाज हो रहा था. साथ ही अस्पताल में ही आईसीयू और मरीज के भर्ती की सुविधा थी. ऐसे में अन्य लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. प्रतिदिन 3 से 4 हजार मरीज इलाज के लिए अस्पताल में आते हैं. वहीं कोविड मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. कोविड ओपीडी में प्रतिदिन 200 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे थे. लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही थी.

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ऐसे में कोरोना की जांच कराने और ओपीडी में इलाज कराने के लिए मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. दूसरी तरफ तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण उनको बेड की सुविधा भी नहीं मिल रही थी. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है. शहर से दूर इलाज की सुविधा शुरू की गई है. स्वास्थ विभाग के अधिकारी ने कहा कि इससे मरीज को तो फायदा होगा. साथ ही संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा. यह दोनों अस्पताल कोविड केयर सेंटर के रूप में चलेंगे.

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