अजमेर. देशभर में कोरोना महामारी के चलते तरबूज व्यापारी को भी काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. आमतौर पर मार्च में ही तरबूज व्यापारियों का व्यापार परवान चढ़ने लगता था. लेकिन इस बार मई के दूसरे सप्ताह में लॉकडाउन के दौरान बाजार खुलने के दौरान तरबूज नजर तो आने लगा है, पर पूरे समय बाजार नहीं खुलने के कारण तरबूज व्यापारियों को अब भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
आनासागर चौपाटी के किनारे बैठे तरबूज व्यापारी ने बताया कि, बूंदी से तरबूज का माल आ रहा है लेकिन, इस बार स्थिति काफी खराब है. जहां हर बार व्यापारी 10 से 12 ट्रक माल बेच लेते थे, वहीं इस बार सिर्फ एक ट्रक खाली हुआ है. अगर इसकी भी बिक्री नहीं हुई तो काफी अधिक मात्रा में माल भी खराब हो सकता है. अब ऐसे में तरबूज व्यापारियों के सामने भी बड़ी समस्या सामने खड़ी हो गई है.
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आधे से भी कम हुआ तरबूज का भाव
तरबूज व्यापारी ने बताया कि, जहां हर साल तरबूज का भाव 30 से 35 रुपये प्रति किलो तक रहता था. वहीं इस बार लॉकडाउन के कारण तरबूज बिक्री में भी काफी फर्क आया है. जिसकी वजह से तरबूज 15 रुपये किलो में बेचा जा रहा है. उसके बावजूद भी तरबूज की बिक्री अच्छी मात्रा में नहीं हो पा रही है.
गर्मी में लाखों रुपए की होती है आय
अगर हम आम दिनों की बात करें तो, हर साल तरबूज की बिक्री लाखों रुपये में होती थी. तरबूज का व्यापार हर साल मार्च के महीने में ही शुरू हो जाता था, लेकिन इस बार मई का महीना भी आधा बीत चुका है. उसके बाद भी सड़कों पर तरबूज की छुटपुट दुकानें नजर आ रही हैं. वहीं, किसानों का कहना है कि, लॉकडाउन के चलते तरबूज का माल भी पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रहा है. ऐसे में उन्हें काफी नुकसान से उठाना पड़ रहा है.