बहरोड़(अलवर). 1 अप्रैल 2017 को जयपुर से हटवाड़े से बेटों के साथ गाय लेकर जा रहे हरियाणा के नूह मेवात निवासी पहलू खान और उसके बेटे उमर और ताहिर की भीड़ ने जमकर पिटाई की थी. जिन्हें पुलिस ने भीड़ से छुड़ाकर बहरोड़ के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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जहां ईलाज के दौरान पहलू खान की 4 अप्रैल 2017 को मौत हो गई थी. इस मामले में कोर्ट में चालान के बाद नियमित सुनवाई हुई थी. भीड़ द्वारा की गई पिटाई के बाद मौत के मामले में एडीजे कोर्ट नम्बर एक के द्वारा अंतिम बहस पूरी होने के बाद 14 अगस्त को अपना फैसला सुना सकता है.
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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पहलू खान मॉब लिंचिंग केस को बहरोड़ से एडीजे कोर्ट नंबर 1 अलवर में ट्रांसफर कर दिया गया था. इस मामले की सुनवाई लगातार एडीजे कोर्ट में चल रही थी. कोर्ट में न्यायाधीश डॉ सरिता स्वामी ने आज दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट में अंतिम जीरह हुई.
कोर्ट में अंतिम बहस सुनने के बाद न्यायाधीश ने 14 अगस्त को फैसले के लिए रखा है. अपर लोक अभियोजक योगेंद्र खटाणा ने बताया कि दो अप्रैल 2017 को बहरोड थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसमें पहलू खान और उसके बेटे गायों को लेकर जा रहे थे. उनको भीड़ के द्वारा रोककर उनके साथ मारपीट की गई थी.
पुलिस के द्वारा धारा 147, 323, 341, 308, 379, 427 और 302 आईपीसी में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी. जांच के बाद पुलिस के द्वारा कोर्ट में विपिन, रविन्द्र, कालूराम, दयानंद और योगेश कुमार के खिलाफ चार्जशीट 31 मई 2017 को पेश की थी. इसके बाद पुलिस के द्वारा दीपक गोलियां और भीमराठी को भी आरोपी मानते हुए पुलिस के द्वारा 173( 8) में मुलजिम मानते हुए सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी.
पुलिस के द्वारा इस मामले में दो आरोपियों को नाबालिग मानते हुए उनके खिलाफ जुवेनाइल कोर्ट में चालान पेश किया गया है. जिसमे जेजे कोर्ट में सुनवाई चल रही है. उन्होंने बताया कि एडीजे कोर्ट में पुलिस के द्वारा चार्जशीट पेश होने के बाद लगातार सुनवाई हुई. पहलू खान के बेटों सहित 47 गवाहों के बयान कोर्ट में कराए गए हैं. इसके अलावा पत्रावली के आधार पर साक्ष्यों और एविडेंस को पत्रावली पर लिया गया है. कोर्ट में आज अंतिम बहस पूरी हो गई है और न्यायाधीश के द्वारा 14 अगस्त को मामले पर फैसला के लिए तारीख दी गई है.
गौरतलब है इस मामले में नामजद 6 आरोपियों को पुलिस ने दोषी नहीं मानते हुए 9 लोगों को वीडियो फुटेज के आधार पर दोषी मानते हुए उनके खिलाफ कोर्ट में चालान किया गया. 2 आरोपी नाबालिग है. फिलहाल सभी आरोपी कोर्ट से जमानत पर बाहर है.