अलवर. जिले के लक्ष्मणगढ़ के छोटे से गांव मेहराना के रहने वाले दौलत खान ने मार्च 2017 में बिहार के नवादा में 4 नक्सलियों को ढेर किया. वीरता के लिए दौलत खान को राष्ट्रपति वीरता पदक मिला है. यह मेडल 17 मार्च 2021 को गुड़गांव में सीआरपीएफ के स्थापना दिवस पर मिला. दौलत 205 कोबरा सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर हैं. मेडल मिलने के बाद परिवार के लोग खुश हैं. उन्होंने कहा कि दौलत ने उनका ही नहीं, अलवर का पूरे देश में नाम रोशन किया है.
वीरता मेडल मिलने के बाद दौलत खां ने बताया कि नवादा के जंगलों में नक्सलियों के होने की सूचना पर हमारी 2 टीम सर्च ऑपरेशन में निकली थी. 8 मार्च 2017 को जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ हुई. जैसे ही नक्सलियों ने फायरिंग की तो हमारे जवान उन पर टूट पड़े. करीब 25 मिनट गोलीबारी दोनों तरफ से चली. जिसमें नक्सलियों के तीन कमाण्डर सहित चार जने ढेर हो गए. बाकी गहरे नाले व बड़ी झाड़ियों से छुपकर भाग गए थे. इस पूरे ऑपरेशन में हमारे किसी जवान को कोई नुकसान नहीं हुआ. चार नक्सलियों के मारे जाने के अलावा दो एके 47, एक इंसाज राइफल के अलावा भारी मात्रा में बारूद बरामद हुआ था.
पढ़ें- जयपुर में 'रवींद्र उत्सव 2021' का मंत्री बीडी कल्ला ने किया उद्घाटन
दौलत सहित वो सात भाई हैं, जिनमें से दो सेना में हैं. दूसरा भाई सूबेदार मेजर रणमल खान हैं, जो लद्दाख में 269 इंजीनियर रेजिमेंट में हैं. इसके अलावा भाई का लड़का आशीफ खान पूना में सेना में कांस्टेबल है. वहीं दूसरा भतीजा बरकत खान अंबाला में कांस्टेबल है. उनके दो और भाई भी राजकीय सेवा में हैं. सेना मेडल वीरता पुरस्कार मिलने पर राज्य सरकार की ओर से दौलत को 25 बीघा जमीन, 6 लाख नकद, रोडवेज में फ्री, रेलवे में फ्री यात्रा सहित कई अन्य लाभ मिलेंगे. केन्द्र सरकार की ओर से चार हजार रुपए प्रतिमाह मिलेंगे. इसके अलावा भी राज्य व केन्द्र सरकार की ओर से सेना मेडल प्राप्त जवान को कई अन्य लाभ भी दिए जाते हैं.