अलवर. कोरोना वैक्सीन के लिए अब इंतजार समाप्त हो चुका है. वैक्सीन की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. गुरुवार को पुलिस के सुरक्षा घेरे में कोरोना वैक्सीन जयपुर से अलवर पहुंचेगी. वैक्सीन लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और अधिकारी जयपुर पहुंच चुके हैं. 16 तारीख को अलवर के 12 केंद्रों पर वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी. वैक्सीन स्टोर करने और लगाने की प्रक्रिया के लिए जिले में इंतजाम पूरे हो चुके हैं. जिस कोरोना ने पूरी दुनिया और देश को परेशान किया. लोगों के काम धंधे ठप हुए. हजारों लाखों लोग बेरोजगार हुए. कई माह तक पूरा देश लॉकडाउन रहा, उस कोरोना महामारी की वैक्सीन अब आ चुकी है.
गुरुवार को वैक्सीन अलवर पहुंच जाएगी. उसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को जयपुर बुलाया गया है. जयपुर में मुख्य भंडार से वैक्सीन दी जाएगी. सुरक्षा घेरे में कोरोना वैक्सीन गुरुवार देर शाम तक अलवर पहुंचेगी. स्वास्थ्य के मुंगस्का का भंडारण केंद्र में वैक्सीन को रखा जाएगा. 16 जनवरी को अलवर के 12 केंद्रों पर वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी. पहले दिन 1000 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तैयार किया गया है.
राज्य सरकार केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार शुरुआती चरण में फ्रंटलाइन वर्कर डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ आंगनवाड़ी सहायिका आयुर्वेदिक होम्योपैथिक सहित सभी को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए जिले में 26 हजार से अधिक हो चुके हैं. जिला मुख्यालय पर जयपुर से कोल्ड बॉक्स के जरिए वैक्सीन लाई जाएगी. वैक्सीन कोड बॉक्स से अलवर आने के बाद वीएनआर में रखी जाएगी. अलवर मुख्यालय पर 8 कोल्ड बॉक्स है. एक कोल्ड बॉक्स में 40 हजार वैक्सीन रखने की व्यवस्था है. ब्लॉक स्तर पर भी कोल्डबॉक्स है. इनमें 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहता है. इसी तापमान में वैक्सीन को रखने की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की गई है.
यह भी पढ़ें- CM गहलोत की ब्यूरोक्रेसी को हिदायत, गुड गवर्नेंस में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
16 जनवरी को जिले में वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी. अब तक 26 हजार वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. दूसरे चरण में बीमार लोगों को और बुजुर्ग लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. जैसे-जैसे वैक्सीन का चरण आगे बढ़ेगा. वैसे-वैसे अन्य लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. एक व्यक्ति को वैक्सीन लगाने में 3 मिनट का समय लगेगा. वैक्सीन के बाद अस्पताल को रखा जाएगा. एक दिन में एक केंद्र पर 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.