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अलवर में बढ़ रही है कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या, वैक्सीन हुई समाप्त

अलवर में कोरोना का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. जिले में एक्टिव केसों की संख्या 610 हो गई है. शुक्रवार को कोरोना के 135 नए केस आए. प्रशासन की तरफ से लगातार सख्ती बढ़ती जा रही है, इन सबके बावजूद भी अलवर वासियों की परेशानी बढ़ती हुई दिख रही है. जिले में कोरोना की वैक्सीन का स्टॉक समाप्त होने लगा है. ऐसे में कुछ सेंटरों पर ही वैक्सीन लगाई जाएगी. वैक्सीन की अगली खेप कब मिलेगी, इसकी सूचना अभी तक स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिली है.

Corona vaccine stock ends in Alwar, अलवर में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक समाप्त
अलवर में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक समाप्त
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Published : Apr 10, 2021, 9:26 AM IST

अलवर. जिले में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है. शुक्रवार को अलवर में 135 नए केस सामने आए. जिसके बाद जिले में एक्टिव केसों की संख्या 610 हो गई. प्रशासन की सख्ती के बाद भी लगातार कोरोना का प्रभाव बढ़ रहा है. अलवर में नगर परिषद और जिला प्रशासन की ओर से अब तक 26 प्रतिष्ठानों को सील किया गया है. प्रशासन ने मेले में जुलूस पर पूरी तरीके से रोक लगा दी है.

अलवर में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक समाप्त

अलवर में आसपास पेरिफेरी एरिया में चलने वाले सभी स्कूलों को बंद करा दिया गया है. कुछ स्कूल बच्चों को बुला रहे थे, प्रशासन को जैसे ही इसकी जानकारी मिली. प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और उन स्कूलों को बंद कराया गया. इसके अलावा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के बच्चे बड़ी संख्या में हरियाणा के आसपास क्षेत्र के स्कूल में पढ़ने के लिए जाते हैं. ऐसे में बच्चों को लेकर जाने वाली बसों को सील किया गया है.

पढ़ें- Exclusive: अंतर्कलह में डूबी कांग्रेस, उपचुनाव परिणाम के बाद 3 महीने में गिर जाएगी गहलोत सरकार : देवनानी

जिला कलेक्टर ननु मल पहाड़िया ने कहा कि लगातार शाहजहांपुर, नौगांवा और भिवाड़ी में प्रशासन की टीम वाहनों की जांच पड़ताल कर रही है. कोरोना की रिपोर्ट नहीं होने के कारण करीब 25 हजार वाहनों को वापस लौटाया गया है. इसके अलावा 30 हजार से अधिक लोगों को राजस्थान में प्रवेश नहीं दिया गया है.

इसके साथ ही अलवर में अब कोरोना वैक्सीन का स्टॉक भी समाप्त होने लगा है. ऐसे में प्रशासन की तरफ से रविवार को वैक्सीन की छुट्टी रखी गई है. शनिवार को कुछ जगहों पर वैक्सीन लगाई जाएगी. शहर में केवल मूंगस्का और काला कुआं सैटेलाइट हॉस्पिटल में ही वैक्सीन लगाई जा सकेंगी. इसके अलावा सात निजी केन्द्र भी हैं, जहां वैक्सीन लग सकेंगी. निजी अस्पताल में वैक्सीन में सीमित डोज ही बच रहे हैं. अब तक अलवर में लक्ष्य का करीब 40 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है.

जिले में करीब 5 लाख 15 हजार लोगों को वैक्सीन लगी है. जिसमें से सैकण्ड डोज करीब 50 हजार लोगों को ही लगी है. पिछले कुछ दिनों से वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. जिला कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री उच्च अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जरूरी निर्देश देते हुए का जिला कलेक्टर अपने स्तर पर लॉकडाउन व नाइट कर्फ्यू लगा सकते हैं. इस दौरान अगर सख्ती करनी पड़े, तो वो भी की जाए. जिले में दो दिन से कोरोना के रिकॉर्ड केस आए हैं. 8 अप्रैल को 174 पॉजिटिव आए थे. वहीं 9 अप्रैल को 134 नए पॉजिटिव आए हैं. जिससे साफ जाहिर है कि जिले में कोरोना तेजी से फैल रहा है, जिसके कारण प्रशासन सख्त हो रहा है.

पढ़ें- कांग्रेस की सियासी बाड़ेबंदी का केंद्र बना राजस्थान...असम से पहले इन राज्यों के विधायक कर चुके हैं पॉलिटिकल टूरिज्म

आरसीएचओ डॉ. अरविंद गेट ने बताया कि अब वैक्सीन की 800 डोज बचे हुए हैं, जो कल सीमित लोगों को ही लग सकेंगे. अलवर शहर में केवल मंगस्का डिस्पेंसरी और काला कुआं सैटेलाइट अस्पताल में वैक्सीन लग सकेंगी. गेट ने बताया कि नए डोज आने के बाद आमजन को सूचित कर दिया जाएगा. इस बीच आमजन को कोरोना की गाइडलाइन का पूरा पालन करने की जरूरत है. दूसरी तरफ जिला कलेक्टर ने सीमावर्ती जिले रेवाड़ी के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की कोरोना नियंत्रण को लेकर चर्चा करते हुए योजना बनाई.

अलवर. जिले में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है. शुक्रवार को अलवर में 135 नए केस सामने आए. जिसके बाद जिले में एक्टिव केसों की संख्या 610 हो गई. प्रशासन की सख्ती के बाद भी लगातार कोरोना का प्रभाव बढ़ रहा है. अलवर में नगर परिषद और जिला प्रशासन की ओर से अब तक 26 प्रतिष्ठानों को सील किया गया है. प्रशासन ने मेले में जुलूस पर पूरी तरीके से रोक लगा दी है.

अलवर में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक समाप्त

अलवर में आसपास पेरिफेरी एरिया में चलने वाले सभी स्कूलों को बंद करा दिया गया है. कुछ स्कूल बच्चों को बुला रहे थे, प्रशासन को जैसे ही इसकी जानकारी मिली. प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और उन स्कूलों को बंद कराया गया. इसके अलावा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के बच्चे बड़ी संख्या में हरियाणा के आसपास क्षेत्र के स्कूल में पढ़ने के लिए जाते हैं. ऐसे में बच्चों को लेकर जाने वाली बसों को सील किया गया है.

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जिला कलेक्टर ननु मल पहाड़िया ने कहा कि लगातार शाहजहांपुर, नौगांवा और भिवाड़ी में प्रशासन की टीम वाहनों की जांच पड़ताल कर रही है. कोरोना की रिपोर्ट नहीं होने के कारण करीब 25 हजार वाहनों को वापस लौटाया गया है. इसके अलावा 30 हजार से अधिक लोगों को राजस्थान में प्रवेश नहीं दिया गया है.

इसके साथ ही अलवर में अब कोरोना वैक्सीन का स्टॉक भी समाप्त होने लगा है. ऐसे में प्रशासन की तरफ से रविवार को वैक्सीन की छुट्टी रखी गई है. शनिवार को कुछ जगहों पर वैक्सीन लगाई जाएगी. शहर में केवल मूंगस्का और काला कुआं सैटेलाइट हॉस्पिटल में ही वैक्सीन लगाई जा सकेंगी. इसके अलावा सात निजी केन्द्र भी हैं, जहां वैक्सीन लग सकेंगी. निजी अस्पताल में वैक्सीन में सीमित डोज ही बच रहे हैं. अब तक अलवर में लक्ष्य का करीब 40 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है.

जिले में करीब 5 लाख 15 हजार लोगों को वैक्सीन लगी है. जिसमें से सैकण्ड डोज करीब 50 हजार लोगों को ही लगी है. पिछले कुछ दिनों से वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. जिला कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री उच्च अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जरूरी निर्देश देते हुए का जिला कलेक्टर अपने स्तर पर लॉकडाउन व नाइट कर्फ्यू लगा सकते हैं. इस दौरान अगर सख्ती करनी पड़े, तो वो भी की जाए. जिले में दो दिन से कोरोना के रिकॉर्ड केस आए हैं. 8 अप्रैल को 174 पॉजिटिव आए थे. वहीं 9 अप्रैल को 134 नए पॉजिटिव आए हैं. जिससे साफ जाहिर है कि जिले में कोरोना तेजी से फैल रहा है, जिसके कारण प्रशासन सख्त हो रहा है.

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आरसीएचओ डॉ. अरविंद गेट ने बताया कि अब वैक्सीन की 800 डोज बचे हुए हैं, जो कल सीमित लोगों को ही लग सकेंगे. अलवर शहर में केवल मंगस्का डिस्पेंसरी और काला कुआं सैटेलाइट अस्पताल में वैक्सीन लग सकेंगी. गेट ने बताया कि नए डोज आने के बाद आमजन को सूचित कर दिया जाएगा. इस बीच आमजन को कोरोना की गाइडलाइन का पूरा पालन करने की जरूरत है. दूसरी तरफ जिला कलेक्टर ने सीमावर्ती जिले रेवाड़ी के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की कोरोना नियंत्रण को लेकर चर्चा करते हुए योजना बनाई.

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