ETV Bharat / city

कोरोना ने एक ही परिवार के पिता पुत्र की ली जान, मां की हालत गंभीर

अलवर में कोरोना किताना खतरनाक होता जा रहा है, इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला. जहां कोरोना से एक पिता-पुत्र की मौत हो गई. वहीं परिवार में मृतक की पत्नी की भी हालत खराब है.

अलवर में कोरोना से पिता-पुत्र की मौत, Father-son death from Corona in Alwar
अलवर में कोरोना से पिता-पुत्र की मौत
author img

By

Published : Apr 20, 2021, 10:46 AM IST

अलवर. शहर में कोरोना की हालत किस कदर खराब है. इसका एक जीता जागता उदाहरण देखने को मिला. कोरोना संक्रमित 44 साल के बेटे की मौत के 85 घंटे के बाद ही उसके संक्रमित पिता ने भी अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के आईसीयू में दम तोड़ दिया. पिता की हालत भी कई दिनों से गंभीर बनी हुई थी. उनके फेफड़े 90 प्रतिशत खराब हो गए थे. परिवार में मृतक की पत्नी की भी हालत खराब है.

अलवर में कोरोना से पिता-पुत्र की मौत

अलवर के काला कुआं निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक निरंजन लाल पुत्र हीरालाल शर्मा कोरोना संक्रमित होने के बाद 12 अप्रैल को सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसकी पहले ही दिन हालत गंभीर हो गई थी. इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती किया गया. सोमवार शाम को 5 बजकर 10 पर उसकी मौत हो गई. इलाज करने वाले डॉक्टर ने कहा कि इससे पहले इसके 44 वर्षीय पुत्र आलोक शर्मा ने भी दम तोड़ दिया था. उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया और दूसरे ही दिन उसकी मौत हो गई थी. आलोक की 15 अप्रैल को रात को गंभीर हालत हुई, उसे वेंटिलेटर पर लिया गया. इस दौरान उसने दम तोड़ दिया.

आलोक के फेफड़े फाइब्रोसिस से 90 से 95 प्रतिशत खराब हो गए थे. आलोक की मां भी सामान्य अस्पताल में भर्ती है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. उसके फेफड़े भी 90 प्रतिशत खराब हो चुके हैं. ऐसे में साफ है की कोरोना के हालात किस कदर खराब हैं. एक ही परिवार के 2 लोगों की जान जा चुकी है और तीसरे की स्थिति गंभीर है. इस तरह के हालात अकेले इसी परिवार के नहीं हैं.

सामान्य अस्पताल में दिल्ली दरवाजा निवासी लक्ष्मण स्वरूप 62 वर्षीय पुत्र रामकिशोर की सोमवार को मौत हो गई. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद उन्हें 17 अप्रैल को सामान्य अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया और करीब 59 घंटे बाद शाम 4 बजे उसकी मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन की ओर से दोनों शव कोविड टोर्कोआल के तहत परिजनों को दिए गए. इसके अलावा अलवर के खैरथल के वार्ड नंबर 16 निवासी अधिवक्ता 69 वर्षीय दुलीचंद मिश्रा 10 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी. उनका जयपुर में इलाज चल रहा था. सोमवार को उनकी मौत हो गई. ऐसे में साफ है कि अलवर में मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. सभी लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है. अगर हम आज जागरूक नहीं हुए तो आने वाले समय में हालात खराब हो सकते हैं.

पढ़ेंः RU प्रशासन का छात्रावास बंद करने का आदेश, छात्रों ने किया प्रदर्शन

बता दें कि अलवर में भी दिनों-दिन कोरोना के मामले में बढ़ोतरी हो रही है. जहां सोमवार को अलवर में कोरोना के 701 नए मामले सामने आए. वहीं अब तक 26441 लोग इसकी चपेट में आ चुके है.

अलवर. शहर में कोरोना की हालत किस कदर खराब है. इसका एक जीता जागता उदाहरण देखने को मिला. कोरोना संक्रमित 44 साल के बेटे की मौत के 85 घंटे के बाद ही उसके संक्रमित पिता ने भी अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के आईसीयू में दम तोड़ दिया. पिता की हालत भी कई दिनों से गंभीर बनी हुई थी. उनके फेफड़े 90 प्रतिशत खराब हो गए थे. परिवार में मृतक की पत्नी की भी हालत खराब है.

अलवर में कोरोना से पिता-पुत्र की मौत

अलवर के काला कुआं निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक निरंजन लाल पुत्र हीरालाल शर्मा कोरोना संक्रमित होने के बाद 12 अप्रैल को सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसकी पहले ही दिन हालत गंभीर हो गई थी. इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती किया गया. सोमवार शाम को 5 बजकर 10 पर उसकी मौत हो गई. इलाज करने वाले डॉक्टर ने कहा कि इससे पहले इसके 44 वर्षीय पुत्र आलोक शर्मा ने भी दम तोड़ दिया था. उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया और दूसरे ही दिन उसकी मौत हो गई थी. आलोक की 15 अप्रैल को रात को गंभीर हालत हुई, उसे वेंटिलेटर पर लिया गया. इस दौरान उसने दम तोड़ दिया.

आलोक के फेफड़े फाइब्रोसिस से 90 से 95 प्रतिशत खराब हो गए थे. आलोक की मां भी सामान्य अस्पताल में भर्ती है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. उसके फेफड़े भी 90 प्रतिशत खराब हो चुके हैं. ऐसे में साफ है की कोरोना के हालात किस कदर खराब हैं. एक ही परिवार के 2 लोगों की जान जा चुकी है और तीसरे की स्थिति गंभीर है. इस तरह के हालात अकेले इसी परिवार के नहीं हैं.

सामान्य अस्पताल में दिल्ली दरवाजा निवासी लक्ष्मण स्वरूप 62 वर्षीय पुत्र रामकिशोर की सोमवार को मौत हो गई. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद उन्हें 17 अप्रैल को सामान्य अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया और करीब 59 घंटे बाद शाम 4 बजे उसकी मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन की ओर से दोनों शव कोविड टोर्कोआल के तहत परिजनों को दिए गए. इसके अलावा अलवर के खैरथल के वार्ड नंबर 16 निवासी अधिवक्ता 69 वर्षीय दुलीचंद मिश्रा 10 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी. उनका जयपुर में इलाज चल रहा था. सोमवार को उनकी मौत हो गई. ऐसे में साफ है कि अलवर में मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. सभी लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है. अगर हम आज जागरूक नहीं हुए तो आने वाले समय में हालात खराब हो सकते हैं.

पढ़ेंः RU प्रशासन का छात्रावास बंद करने का आदेश, छात्रों ने किया प्रदर्शन

बता दें कि अलवर में भी दिनों-दिन कोरोना के मामले में बढ़ोतरी हो रही है. जहां सोमवार को अलवर में कोरोना के 701 नए मामले सामने आए. वहीं अब तक 26441 लोग इसकी चपेट में आ चुके है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.