अलवर. अलवर जिला पंचायत चुनावों के परिणामों में मुख्यमंत्री गहलोत (Chief Minister Gehlot) समर्थित 5 विधायक पास हो गए, जबकि 4 फेल हो गए. पंचायत चुनाव में श्रम राज्य मंत्री (Minister of State for Labor) टीकाराम जूली, रामगढ़ विधायक साफिया जुबैर खान, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधायक जौहरीलाल मीणा, थानागाजी से निर्दलीय विधायक कांति मीणा और विधायक दीपचंद खैरिया ने किशनगढ़बास में अपना दबदबा कायम रखा. पंचायत चुनाव में कांग्रेस को मिली सफलता के बाद प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली भाव विभोर हो गए. परिणाम जारी होने के बाद श्रममंत्री ने कहा कि अलवर की जनता का कर्ज कैसे चुका पाएंगे.
श्रममंत्री जूली के निर्वाचन क्षेत्र की दोनों पंचायत समिति मालखेड़ा व उमरैण में कांग्रेस ने भाजपा को करारी शिकस्त दी. उमरैण पंचायत समिति में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है. वहीं मालाखेड़ा में वह भाजपा पर भारी रही. साथ ही विधायक जौहरीलाल मीणा भी अपने निर्वाचन क्षेत्र की तीनों पंचायत समितियों में दो पर कांग्रेस को भाजपा पर बढ़त दिलाने में कामयाब रहे.
पढ़ें. कांग्रेस सदस्यता अभियान : राजस्थान में 10 लाख का टारगेट, हर विधानसभा से 5 हजार बनाए जाएंगे मेंबर
विधायक सफिया खान अपने निर्वाचन क्षेत्र की रामगढ़ पंचायत समिति में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाने में कामयाब रही. लेकिन गोविंदगढ़ में कांग्रेस पंचायत समिति सदस्य की संख्या में भाजपा से पिछड़ गई.विधायक दीपचंद खैरिया ने किशनगढ़बास में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर दबदबा कायम रखा. हालांकि. कोटकासिम पंचायत समिति में भाजपा कांग्रेस पर बढ़त बनाने में सफल रही.
थानागाजी से निर्दलीय विधायक कांति मीणा ने भी थानागाजी में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर अपना दबदबा कायम किया. भाजपा के विधायक मंजीत चौधरी भी मुण्डावर में भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाकर अपना दबदबा कायम रखने में कामयाब रहे.
बहरोड़ में बलजीत यादव और बानसूर में रावत रहीं विफल
तिजारा विधायक संदीप यादव, बानसूर विधायक शकुंतला रावत, बहरोड़ विधायक बलजीत यादव, कठूमर विधायक बाबूलाल बैरवा अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पंचायत समिति सदस्यों में कांग्रेस को बढ़त दिला पाने में विफल रहे. चुनाव के नतीजे घोषित होने के साथ ही पंचायत समिति क्षेत्रों में प्रधान पद के लिए जोड़-तोड़ का गणित बिठाने का कार्य शुरू हो गया. जिले की 11 पंचायत समितियों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया है. प्रधान पद के चुनाव का भविष्य निर्दलीयों पर टिका है.
पढ़ें. पंचायत चुनाव मतगणना LIVE UPDATE: पंचायत समिति के इन वार्डों के परिणाम घोषित
प्रधान पद के लिए निर्णायक भूमिका में निर्दलीय
पंचायत चुनाव में निर्दलीय अहम रोल में नजर आए. निर्दलीय प्रत्याशियों ने कांग्रेस व भाजपा का गणित बिगाड़ दिया है. 97 निर्दलीय सदस्य हैं. निर्दलीयों की संख्या ज्यादा रहने से ज्यादातार पंचायत समितियों में कांग्रेस व भाजपा बहुमत के नजदीक पहुंच कर भी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हुआ.
श्रममंत्री ने कहा- बैठक में तय होंगे जिला प्रमुख व प्रधान के नाम
पंचायत चुनाव में कांग्रेस को मिली सफलता के बाद प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली भाव विभोर हो गए. चुनाव में सफलता मिलने पर जूली ने अलवर जिले की जनता को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि जनता ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विकास व सरकार की रीति नीतियों के आधार पर वोट दिया है. जिला प्रमुख व प्रधान के नाम तय करने के लिए पार्टी के पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई गई है. इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह शामिल होंगे. सभी की सहमति से जिला प्रमुख वह प्रधान पद के नामों पर मुहर लगेगी. श्रम मंत्री ने अपनी विधानसभा अलवर ग्रामीण के लोगों का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि अलवर की जनता का कर्ज कैसे उतारूंगा. उन्होंने कहा कि अलवर ग्रामीण विधानसभा की जनता ने हमेशा उनका साथ दिया है.