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49 अस्पताल में गरीब मरीजों का पांच लाख तक होगा कैशलेस इलाज, हजारों मरीजों को मिलेगी राहत - स्टेट बीपीएल परिवार

अलवर में आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 42 सरकारी और 7 प्राइवेट अस्पतालों में कैशलेस इलाज शुरू कर दिया गया है. साथ ही पात्र मरीजों को सामान्य बीमारी में 50 हजार और गंभीर बीमारी में चार लाख 50 हजार का मुफ्त इलाज मिलेगा.

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आयुष्मान योजना के तहत गरीब मरीजों का पांच लाख तक होगा कैशलेस इलाज
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Published : Mar 1, 2021, 12:24 PM IST

अलवर. आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत जिले में गरीब मरीजों का फिलहाल 42 सरकारी और 7 प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज शुरू कर दिया गया है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में राशन का गेहूं लेने वाले, स्टेट बीपीएल परिवार, जन आधार कार्ड से सरकार की ओर से अधिकृत जन अस्पतालों में पांच लाख तक का कैशलेस मुफ्त इलाज करा सकेंगे. पात्र मरीजों को सामान्य बीमारी में 50 हजार और गंभीर बीमारी में चार लाख 50 हजार का मुफ्त इलाज मिलेगा.

आयुष्मान योजना के तहत गरीब मरीजों का पांच लाख तक होगा कैशलेस इलाज

हजारों मरीजों को इलाज के लिए खासी परेशानी उठानी पड़ती है. निजी और सरकारी अस्पतालों में धक्के खाने पड़ते हैं. लेकिन अब मरीजों का निजी अस्पताल में भी निशुल्क इलाज होगा. आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत जिले में सरकारी और निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज शुरू कर दिया गया है.

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल राशन का गेहूं लेने वाले लोग स्टेट बीपीएल परिवार जन आधार कार्ड से सरकार की ओर से अधिकृत लोगों को निशुल्क इलाज मिलेगा. बीमा योजना के अंतर्गत अस्पताल में भर्ती से 5 दिन पहले और 15 दिन बाद तक का मेडिकल खर्च भी दिया जाएगा. मरीजों के इलाज में भी जो खर्चा होगा उसका अधिकृत बीमा कंपनी भुगतान करेगी.

सरकार की ओर से अधिकृत अस्पतालों में पात्र मरीजों का कैशलेस इलाज शुरू कर दिया गया है. फिलहाल राजीव गांधी सामान्य अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल सहित 40 पीएचसी और 7 प्राइवेट अस्पतालों को अधिकृत किया गया है. योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले 22 निजी अस्पतालों में 64 का जिला स्तर पर अस्पताल पेंडिंग है. अस्पतालों की फाइल का निर्णय है योजना के तहत सरकार की बीमारियों के शामिल किए गए हैं. इसके अलावा कोरोना और डायलसिस का इलाज भी राज्य सरकार की ओर किया जाएगा.

पढ़ें- अलवर पुलिस की कार्रवाई, जुआ खेल रहे 7 लोग गिरफ्तार

जीवनदान हॉस्पिटल खेडली, बच्चों का हॉस्पिटल अलवर, कैलाश अस्पताल बहरोड, बानसूर हॉस्पिटल बानसूर, स्टार हॉस्पिटल भिवाड़ी, हरीश हॉस्पिटल अलवर, सोलंकी हॉस्पिटल अलवर के अलावा राजीव गांधी सामान्य अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल और 40 सीएससी साथ ही जिला स्तर पर जिन अस्पतालों की अभी पेंडेंसी चल रही है. इसमें हॉस्पिटल नीमराना पटेल हॉस्पिटल अलवर सेठी हॉस्पिटल अलवर और सतीश हॉस्पिटल नीमराना शामिल है.

इसके साथ ही मनसुख हॉस्पिटल अलवर वैजयंती अस्पताल अलवर, श्री नर्सिंग हॉस्पिटल खेडली, साहिल हॉस्पिटल अलवर, माधुरी हॉस्पिटल अलवर, गीतांजलि हॉस्पिटल अलवर न्यू डायमंड हॉस्पिटल अलवर सोनी देवी मेमोरियल हॉस्पिटल नीमराना वाडीलाल चिल्ड्रन हॉस्पिटल अलवर क्लेम पेंडिंग है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि आने वाले समय में गरीब लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. सरकारी अस्पताल के अलावा अब निजी अस्पतालों में भी मरीजों का निशुल्क इलाज हो सकेगा.

अलवर. आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत जिले में गरीब मरीजों का फिलहाल 42 सरकारी और 7 प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज शुरू कर दिया गया है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में राशन का गेहूं लेने वाले, स्टेट बीपीएल परिवार, जन आधार कार्ड से सरकार की ओर से अधिकृत जन अस्पतालों में पांच लाख तक का कैशलेस मुफ्त इलाज करा सकेंगे. पात्र मरीजों को सामान्य बीमारी में 50 हजार और गंभीर बीमारी में चार लाख 50 हजार का मुफ्त इलाज मिलेगा.

आयुष्मान योजना के तहत गरीब मरीजों का पांच लाख तक होगा कैशलेस इलाज

हजारों मरीजों को इलाज के लिए खासी परेशानी उठानी पड़ती है. निजी और सरकारी अस्पतालों में धक्के खाने पड़ते हैं. लेकिन अब मरीजों का निजी अस्पताल में भी निशुल्क इलाज होगा. आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत जिले में सरकारी और निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज शुरू कर दिया गया है.

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल राशन का गेहूं लेने वाले लोग स्टेट बीपीएल परिवार जन आधार कार्ड से सरकार की ओर से अधिकृत लोगों को निशुल्क इलाज मिलेगा. बीमा योजना के अंतर्गत अस्पताल में भर्ती से 5 दिन पहले और 15 दिन बाद तक का मेडिकल खर्च भी दिया जाएगा. मरीजों के इलाज में भी जो खर्चा होगा उसका अधिकृत बीमा कंपनी भुगतान करेगी.

सरकार की ओर से अधिकृत अस्पतालों में पात्र मरीजों का कैशलेस इलाज शुरू कर दिया गया है. फिलहाल राजीव गांधी सामान्य अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल सहित 40 पीएचसी और 7 प्राइवेट अस्पतालों को अधिकृत किया गया है. योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले 22 निजी अस्पतालों में 64 का जिला स्तर पर अस्पताल पेंडिंग है. अस्पतालों की फाइल का निर्णय है योजना के तहत सरकार की बीमारियों के शामिल किए गए हैं. इसके अलावा कोरोना और डायलसिस का इलाज भी राज्य सरकार की ओर किया जाएगा.

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जीवनदान हॉस्पिटल खेडली, बच्चों का हॉस्पिटल अलवर, कैलाश अस्पताल बहरोड, बानसूर हॉस्पिटल बानसूर, स्टार हॉस्पिटल भिवाड़ी, हरीश हॉस्पिटल अलवर, सोलंकी हॉस्पिटल अलवर के अलावा राजीव गांधी सामान्य अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल और 40 सीएससी साथ ही जिला स्तर पर जिन अस्पतालों की अभी पेंडेंसी चल रही है. इसमें हॉस्पिटल नीमराना पटेल हॉस्पिटल अलवर सेठी हॉस्पिटल अलवर और सतीश हॉस्पिटल नीमराना शामिल है.

इसके साथ ही मनसुख हॉस्पिटल अलवर वैजयंती अस्पताल अलवर, श्री नर्सिंग हॉस्पिटल खेडली, साहिल हॉस्पिटल अलवर, माधुरी हॉस्पिटल अलवर, गीतांजलि हॉस्पिटल अलवर न्यू डायमंड हॉस्पिटल अलवर सोनी देवी मेमोरियल हॉस्पिटल नीमराना वाडीलाल चिल्ड्रन हॉस्पिटल अलवर क्लेम पेंडिंग है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि आने वाले समय में गरीब लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. सरकारी अस्पताल के अलावा अब निजी अस्पतालों में भी मरीजों का निशुल्क इलाज हो सकेगा.

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