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कोरोना में आयुर्वेदिक काढ़ा व दवाएं हो रही हैं असरदार, विशेषज्ञ से जानिए घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल - कोरोना न्यूज

कोरोना के उपचार को लेकर अभी भी जहां रिसर्च जारी है. वहीं आयुर्वेद इस बीमारी के खिलाफ एक मजबूत हथियार की तरह काम आ रहा है. आयुर्वेद डॉक्टर लगातार लोगों को काढ़ा पिलाकर उनकी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे हैं.

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कोरोना में आयुर्वेदिक कारगर
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Published : Jun 10, 2020, 9:34 PM IST

अलवर. देश में लगातार कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ रहा है. आए दिन नए पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. अभी तक इस बिमारी का कोई तोड़ नहीं निकल पाया है. विशेषज्ञ लोगों को शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. ऐसे में आयुर्वेदिक काढ़ा शरीर को मजबूत करने के काम आ रहा है. इस सिलसिले में ईटीवी भारत की टीम ने आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. पवन शेखावत से खास बातचीत की.

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. पवन शेखावत से खास बातचीत

विशेषज्ञों के अनुसार, जिन लोगों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है, उन पर कोरोना का प्रभाव कम होता है. ऐसे में कई राज्यों में आयुर्वेदिक दवाओं ने बेहतर असर दिखाते हुए लोगों को कोरोना से राहत दिलाई है. इस सबके बीच विशेषज्ञ डॉ. पवन ने कहा कि अलवर में आयुर्वेद विभाग की तरफ से लगातार लोगों को काढ़ा पिलाया जा रहा है.

ऐसे तैयार होता है काढ़ा-

लोग घर में भी आयुष पात्र काढ़ा तैयार कर सकते हैं. इसमें तुलसी, सोंठ, काली मिर्च, दालचीनी को मिलाकर पानी में गर्म करना होता है. इसके अलावा गुड़, नींबू का रस व मुनक्का काढ़े में मिलाया जाए. इस काढ़े को दिन में एक बार पीना चाहिए.

पढें- कोरोना से जंग : आयुर्वेदिक उपायों से बढ़ाएं अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता

घरेलू उपाय भी हैं कारगर-

डॉ. शेखावत की मानें तो जो लोग लगातार कोरोना से सीधा सामना कर रहे हैं, उन्हें खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है. ऐसे लोग कुछ उपायों का ध्यान रख इन्हें आदत ही बना लें.

  • सुबह शाम गुनगुने पानी का उपयोग करें.
  • घर से बाहर निकलते समय नाक में हल्का तेल लगाएं.
  • रात को घर में आने के बाद दूध में एक चुटकी हल्दी डालकर दूध का सेवन करें.
  • गुनगुने पानी में हल्का सेंधा नमक एक चुटकी हल्दी डालकर, उससे गरारे करें.

इसके अलावा आयुष मंत्रालय की तरफ से कुछ औषधियों को चिन्हित किया गया था. जिसमें मुलेठी, अश्वगंधा, गिलोय व आयुष 64 के लगातार सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं. देश के कई मेडिकल कॉलेजों में इस पर रिसर्च भी चल रही है.

पढें- कोरोना महामारी से लड़ने के लिए रामबाण साबित हो रहा है ये आयुर्वेदिक काढ़ा

डॉ. पवन ने कहा कि वैसे तो सभी चीजें घरेलू नुस्खों के रूप में काम में ले सकते हैं लेकिन इनकी निश्चित मात्रा होना आवश्यक है. इसलिए कोई भी चीज काम में लेने से पहले उसके बारे में किसी भी आयुष डॉक्टर से चर्चा करें.

उन्होंने कहा कि लगातार अलवर में आयुर्वेद विभाग की तरफ से लॉकडाउन के दौरान सभी सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों को प्रतिदिन काढ़ा पिला कर सुरक्षित रखा गया. इसमें जिला प्रशासन, सीएमएच ऑफिस, जेल, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, पुलिस थाने, एसपी ऑफिस सहित जिले के सभी प्रशासनिक कार्यालय शामिल है. वहीं दूसरी तरफ आयुष मंत्रालय की तरफ से काढ़े के पैकेट भी तैयार कर भेजे गए थे. वो भी लगातार लोगों को वितरित किए गए.

इन सबके अलावा, हाल ही में मौसम में हुए बदलाव को देखते हुए लोगों को कपूर्वधारावटी की गोलियां वितरित की जा रही है. लगातार मौसम में हो रहे बदलाव व लू, खांसी, जुकाम, सरदार दर्द सभी से राहत के लिए लोगों को यह वटी की गोलियां दी जा रही है.

अलवर. देश में लगातार कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ रहा है. आए दिन नए पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. अभी तक इस बिमारी का कोई तोड़ नहीं निकल पाया है. विशेषज्ञ लोगों को शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. ऐसे में आयुर्वेदिक काढ़ा शरीर को मजबूत करने के काम आ रहा है. इस सिलसिले में ईटीवी भारत की टीम ने आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. पवन शेखावत से खास बातचीत की.

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. पवन शेखावत से खास बातचीत

विशेषज्ञों के अनुसार, जिन लोगों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है, उन पर कोरोना का प्रभाव कम होता है. ऐसे में कई राज्यों में आयुर्वेदिक दवाओं ने बेहतर असर दिखाते हुए लोगों को कोरोना से राहत दिलाई है. इस सबके बीच विशेषज्ञ डॉ. पवन ने कहा कि अलवर में आयुर्वेद विभाग की तरफ से लगातार लोगों को काढ़ा पिलाया जा रहा है.

ऐसे तैयार होता है काढ़ा-

लोग घर में भी आयुष पात्र काढ़ा तैयार कर सकते हैं. इसमें तुलसी, सोंठ, काली मिर्च, दालचीनी को मिलाकर पानी में गर्म करना होता है. इसके अलावा गुड़, नींबू का रस व मुनक्का काढ़े में मिलाया जाए. इस काढ़े को दिन में एक बार पीना चाहिए.

पढें- कोरोना से जंग : आयुर्वेदिक उपायों से बढ़ाएं अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता

घरेलू उपाय भी हैं कारगर-

डॉ. शेखावत की मानें तो जो लोग लगातार कोरोना से सीधा सामना कर रहे हैं, उन्हें खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है. ऐसे लोग कुछ उपायों का ध्यान रख इन्हें आदत ही बना लें.

  • सुबह शाम गुनगुने पानी का उपयोग करें.
  • घर से बाहर निकलते समय नाक में हल्का तेल लगाएं.
  • रात को घर में आने के बाद दूध में एक चुटकी हल्दी डालकर दूध का सेवन करें.
  • गुनगुने पानी में हल्का सेंधा नमक एक चुटकी हल्दी डालकर, उससे गरारे करें.

इसके अलावा आयुष मंत्रालय की तरफ से कुछ औषधियों को चिन्हित किया गया था. जिसमें मुलेठी, अश्वगंधा, गिलोय व आयुष 64 के लगातार सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं. देश के कई मेडिकल कॉलेजों में इस पर रिसर्च भी चल रही है.

पढें- कोरोना महामारी से लड़ने के लिए रामबाण साबित हो रहा है ये आयुर्वेदिक काढ़ा

डॉ. पवन ने कहा कि वैसे तो सभी चीजें घरेलू नुस्खों के रूप में काम में ले सकते हैं लेकिन इनकी निश्चित मात्रा होना आवश्यक है. इसलिए कोई भी चीज काम में लेने से पहले उसके बारे में किसी भी आयुष डॉक्टर से चर्चा करें.

उन्होंने कहा कि लगातार अलवर में आयुर्वेद विभाग की तरफ से लॉकडाउन के दौरान सभी सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों को प्रतिदिन काढ़ा पिला कर सुरक्षित रखा गया. इसमें जिला प्रशासन, सीएमएच ऑफिस, जेल, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, पुलिस थाने, एसपी ऑफिस सहित जिले के सभी प्रशासनिक कार्यालय शामिल है. वहीं दूसरी तरफ आयुष मंत्रालय की तरफ से काढ़े के पैकेट भी तैयार कर भेजे गए थे. वो भी लगातार लोगों को वितरित किए गए.

इन सबके अलावा, हाल ही में मौसम में हुए बदलाव को देखते हुए लोगों को कपूर्वधारावटी की गोलियां वितरित की जा रही है. लगातार मौसम में हो रहे बदलाव व लू, खांसी, जुकाम, सरदार दर्द सभी से राहत के लिए लोगों को यह वटी की गोलियां दी जा रही है.

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