अलवर. जिला पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा एवं सम्मान के लिए चलाए जा रहे अभियान बेखौफ आवाज के तहत गुरुवार को अलवर शहर में जागरूकता रैली निकाली गई. इस रैली का नेतृत्व प्रशिक्षु आईपीएस जेस्टा मैत्री और विकास सांगवान ने किया. यह रैली पुलिस कंट्रोल रूम से शुरू हुई जो शहर के मुख्य बाजारों से होती हुई वापस पुलिस नियंत्रण कक्ष पर समाप्त हुई. इस जागरूक रैली में महिला पुलिस और पुरुष पुलिस शामिल रहे. इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रशिक्षु आईपीएस विकास सांगवान ने बताया कि बेखौफ आवाज के तहत स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन एक्टिविटी की जाएंगी.
इसके तहत पुलिस मित्र ग्राम रक्षक एवं आम जन सहभागिता निभाएंगे और ग्रामीण स्तर पर पांच से छह लोगों को हर गांव में ट्रेनिंग देंगे, जो ग्रामीण महिलाओं को ग्रामीण पुरुषों को कानून की जानकारी देंगे. इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि लीगल लिटरेसी को लेकर सबसे महत्वपूर्ण फोकस रखा गया है. इसमें कानूनी जानकारी दी जाएगी कि नादानी में ऐसी कोई हरकत ना करें, जो आगे अपराध का कारण बने और समाज की रिश्तेदारों की परिवार की सब की नैतिक जिम्मेदारी हो और कोई भी परेशानी आए तो बेखौफ होकर पुलिस को बताए. इसमें महिला बाल विकास विभाग का भी सहयोग लिया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि ऑफलाइन एक्टिविटी के तहत जिला प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा, जिसमें ग्राम सेवक और जो नए पार्षद, सरपंच चुने जा रहे हैं. उनको नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सूचित किया जाएगा. स्लोगन प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता सहित अनेक तरीके से एक्टिविटी की जाएगी और हर दिन चार थानो में यह चार तरीके के चारों टॉपिक अलग-अलग होंगे. एक शहर का थाना होगा जबकि तीन ग्रामीण इलाकों के थाने होंगे. पुलिस आम नागरिक तक पहुंचने का काम करेगी और जो भी समस्याएं आएंगी उनका निराकरण करेंगे.