अलवर. शराब की दुकानों की नीलामी प्रक्रिया चल रही है. पहले फेस की नीलामी प्रक्रिया में 219 दुकानों की नीलामी संपन्न हो चुकी है. इस दौरान बची हुई 74 दुकानों की नीलामी प्रक्रिया 12 मार्च से शुरू हुई है. अब तक हुई नीलामी प्रक्रिया से आबकारी विभाग को करीब पांच करोड़ का राजस्व मिल चुका है. नीलामी के दौरान लगाई गई दुकान की बोली राशि जमा नहीं करने वाले ठेकेदार और फार्म को आबकारी विभाग की तरफ से ब्लैक लिस्टेड किया गया है.
अलवर जिले में 293 शराब की दुकानें हैं. आबकारी विभाग की तरफ से इस साल आबकारी नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है. शराब की दुकानों पर अब अंग्रेजी विदेशी दोनों तरह की शराब मिल सकेगी. इस साल शराब की दुकानों की नीलामी ऑनलाइन की जा रही है. सरकार की तरफ से दुकानों की कीमत पढ़ाते हुए उन पर कई नए टैक्स भी लगाए गए हैं. अलवर जिले में पहले फीस की नीलामी प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है. इस दौरान 219 दुकाने नीलाम हुई. इसमें अब तक आबकारी विभाग को 4 करोड़ 52 लाख 45 हजार 780 रुपए का राजस्व बन चुका है. शेष राशि जमा कराई जा रही है. आबकारी विभाग की तरफ से दुकानों की रिजर्व प्राइस से 133.64 करोड़ रुपए अधिक कीमत आबकारी विभाग को मिलेगी.
साथ ही आबकारी विभाग की तरफ से 12 बोली दाताओं को समय पर पैसे जमा कराने के लिए नोटिस जारी किया गया है. इसमें अलवर की 37 में 38 नंबर दुकान नारायण सिंह दुकान नंबर 3648 अमित कुमार दुकान नंबर 1 और 2 प्रिया कुमारी दुकान नंबर 1 मनीष मल्होत्रा राजगढ़ में अजबगढ़ सिली बावड़ी कस्तूरी मीणा खैरथल में बबलू वालों रामनिवास बहरोड की दुकानें शामिल है. दरसअल लोगों द्वारा आवेदन करके नीलामी प्रक्रिया में शामिल हुए, लेकिन नीलामी लगाने के बाद अभी तक समय पर दुकान की राशि जमा नहीं की गई है.
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आबकारी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लोगों का बेहतर रुझान देखने को मिल रहा है. विभाग को शुल्क से ज्यादा टैक्स मिल चुका है और लगातार यह प्रक्रिया आगे जारी रहेगी. जिला आबकारी अधिकारी बनवारीलाल सिनसिनवार ने बताया कि विभाग की तरफ से तय लक्ष्य आबकारी विभाग की तरफ से समय पर पूरा किया गया है. साथ ही अब तक बेहतर राजस्व मिला है. लगातार बोली धारक पैसे जमा कर रहे हैं. यह प्रक्रिया मार्च माह के अंत तक जारी रहेगी. बची हुई अन्य दुकानों को भी बोली प्रकिया के माध्यम से बेचा जाएगा. इन दुकानों की नीलामी प्रक्रिया भी पहले की तरह रहेगी.