अलवर. शहर में एटीएम लूट की घटना के मामले (alwar police questions officers on atm loot case) में पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने शिवाजी पार्क थाना प्रभारी, एक हेड कांस्टेबल व तीन कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर किया है. शहर के बीचोबीच से एटीएम तोड़ने की वारदात ने एक बार फिर से अलवर में पुलिस की कार्य व्यवस्था पर सवाल उठे हैं.
एटीएम लूट मामले में एसपी ने शिवाजी पार्क थाना प्रभारी रामजीलाल, चेतक पर तैनात तीन कांस्टेबल बचकानी चौकी प्रभारी हेड कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया है. एसपी ने इस मामले की जांच डिप्टी एसपी को दी है. दूसरी तरफ एसबीआई बैंक के एटीएम को लूटने से पहले बदमाशों ने एटीएम में लगा सीसीटीवी कैमरा तोड़ा था. नकाबपोश बदमाश सीसीटीवी कैमरा तोड़ते हुए कैमरे में कैद हुए हैं. पुलिस कैमरे की रिकॉर्डिंग के आधार पर जांच पड़ताल कर रही है.
बदमाशों ने चेहरे पर नकाब बांध रखा था. ऐसे में उनके कपड़े व उनके डीलडोल के अनुसार उनकी पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही इस चित्र में लगे अन्य सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग से बदमाशों की गाड़ी और अन्य चीजों की पहचान करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं. पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि इस मामले की जांच पड़ताल की जा रही है .अलग-अलग टीमें जांच में लगी हैं. जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. वहीं दूसरी तरफ पुलिस के आला अधिकारी भी लगातार पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
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घटना के बाद सख्त की रात्रि गश्तः अलवर जिला क्राइम का गढ़ बन चुका है. बदमाश बेखौफ होकर खुलेआम घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. बदमाशों ने एक ही रात में दो बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया. एटीएम लूटा तो पुलिस के आईजी अलवर पहुंचे. ऐसे में खुद की साख बचाने के लिए पुलिस को रात्रि गश्त व्यवस्था की याद आई. रात के अंधेरे में सभी प्रमुख चौराहों पर भारी पुलिस बल तैनात रहा और पुलिसकर्मी जांच करते हुए दिखाई दिए. लंबे समय बाद अलवर में इस तरह की चेकिंग दिखाई दी.
जिले में साल भर ताबड़तोड़ घटनाएं होती हैं. लूट, चोरी, फायरिंग, हत्या, रंगदारी, डकैती जैसी घटनाएं अलवर में आम हो गई हैं. साल भर में जिले में 18 हजार के आसपास एफआईआर दर्ज होती है. पुलिस के लिहाज से अलवर में दो एसपी तैनात करते हुए व दो जिले बनाए गए. लेकिन उसके बाद भी घटनाओं का सिलसिला जारी है. बदमाश शनिवार रात को 25 लाख रुपए से भरा एक एटीएम उखाड़ कर ले गए. साथ ही एक अन्य बैंक के एटीएम को उखाड़ने का प्रयास किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर जोन के आईजी उमेश दत्ता अलवर पहुंचे.
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आईजी ने पुलिस अधिकारियों को फटकार लगाते हुए बदमाशों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए. ऐसे में अलवर पुलिस को रात्रि गश्त व्यवस्था की याद आई. लंबे समय बाद अलवर शहर में जिले के अन्य हिस्सों में पुलिस की मौजूदगी दर्ज की गई. सभी प्रमुख सड़क मार्गों व चौराहों पर भारी पुलिस बल दिखाई दिया. वाहनों की जांच पड़ताल की गई. पुलिस अधीक्षक डिप्टी एसपी सहित सभी पुलिस के अधिकारी सड़क पर रात को ड्यूटी करते हुए दिखाई दिए. एक ही रात में पुलिस ने महज ढाई घंटे के अंदर 800 से ज्यादा वाहनों को चेक किया. वहीं जिले भर में दो हजार से ज्यादा वाहन चेक किए गए. बड़ी संख्या में शराब के नशे में वाहन चलाने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया व संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई.