अलवर. जिले में बढ़ती क्राइम की घटनाओं को देखते हुए अलवर, भिवाड़ी और भरतपुर पुलिस को हाईटेक किया जा रहा है. इसके तहत तीनों जिलों में क्विक रिस्पांस सिस्टम लागू कर दिया गया है. साथ ही पुलिस कर्मियों को आइटीबीपी और एसएसबी ट्रेनिंग कैंप में ट्रेनिंग दी जाएगी. देखिये यह खास रिपोर्ट...
जल्द ही पुलिस को आधुनिक हथियार और वाहन मिलेंगे. इसके लिए प्रस्ताव भेज दिया गया हैय प्रस्ताव को पुलिस मुख्यालय से मंजूरी मिल चुकी है. सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में अलवर भिवाड़ी और भरतपुर में पुलिसिंग प्रदेश के अन्य जिलों से बेहतर होगी.
अलवर क्राइम के लिए पूरे देश में बदनाम है. प्रदेश में सबसे ज्यादा एफआईआर अलवर में दर्ज होती हैं. हर साल अलवर में 17 से 18 हजार मामले सामने आते हैं. बढ़ती क्राइम की घटनाओं को देखते हुए अलवर में एसपी तैनात किए गए. पुलिसिंग के लिहाज से अलवर राजस्थान का एकमात्र ऐसा जिला है, जिसमें दो एसपी हैं. साल 2019 में बहरोड़ थाने पर फायरिंग करते हुए बदमाश मोस्ट वांटेड अपराधी पपला गुर्जर को भगा कर ले गए थे.
इसके अलावा भी अलवर में आए दिन एटीएम लूट, पुलिस पर फायरिंग, गो तस्करी, मॉब लिंचिंग सहित तमाम ऐसी घटनाएं होती हैं. जो अलवर को पूरे प्रदेश और देश में बदनाम करती है. बिगड़ते हालातों को देखते हुए पुलिस मुख्यालय की तरफ से अलवर भरतपुर से भिवाड़ी पुलिस को हाईटेक करने का फैसला लिया गया है. इसके तहत काम शुरू हो चुका है. तीनों जिलों में क्विक रिस्पांस सिस्टम लागू कर दिया गया है. साथ ही अभय कमांड कंट्रोल रूम सहित कई आधुनिक सुविधाएं पुलिस को उपलब्ध कराई जा रहे हैं.
अलवर में आईटीबीपी एसएसबी सहित सभी सेनाओं के ट्रेनिंग सेंटर हैं. पुलिसकर्मियों को आधुनिक हथियारों की ट्रेनिंग के लिए एसएसबी और आइटीबीपी कैंप में ट्रेनिंग कराने के लिए बातचीत चल रही है. शुरुआत में कुछ पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग कराई गई थी. लेकिन कोरोना के चलते ट्रेनिंग का काम बीच पर रुक गया. अब फिर से ट्रेनिंग कराने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
इसके अलावा अलवर, भरतपुर व भिवाड़ी पुलिस को एके47, एसएलआर, इंसाफ सहित लाइट और आधुनिक हथियार और वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. जिनसे पुलिस किसी भी तरह के बदमाश का सामना कर कर सकेगी. साथ ही बदमाशों का पीछा करने के लिए खास तौर पर तैयार वाहनों की डिमांड भी पुलिस की तरफ से की गई है. इसका प्रस्ताव तैयार करके पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है. पुलिस अधिकारियों की मानें तो अलवर के प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है. जल्द ही अलवर पुलिस को जरूरत के हिसाब से वाहन मिल सकेंगे.
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पुलिस लाइन में बनेगा ट्रेनिंग ग्राउंड
अलवर पुलिस लाइन में जल्द ही पुलिस कर्मियों को विशेष परिस्थिति से निपटने के लिए विशेष ट्रेनिंग ग्राउंड बनाया जाएगा. इस दिशा में जल्द काम शुरू होने की उम्मीद है. पुलिस के आला अधिकारियों ने कहा कि इसका प्लान तैयार कर लिया गया है. प्रतिदिन अलग-अलग बैच बनाकर पुलिसकर्मियों को यहां विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी.
आईटीबीपी एसएसबी में कराए जाएंगे ट्रेनिंग कोर्स
वैसे तो फायरिंग रेंज में पुलिसकर्मी लगातार फायरिंग की प्रैक्टिस करते हैं. साथ ही पुलिस लाइन में पीटी परेड सहित अन्य कार्यक्रम भी लगातार जारी रहते हैं. लेकिन पुलिस को मिल रहे आधुनिक हथियार और विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को आईटीबीपी एसएसबी ट्रेनिंग कैंप ट्रेनिंग कराई जाएगी. जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होगा.
अलवर भरतपुर व भिवाड़ी में क्विक रिस्पांस सिस्टम हुआ लागू
अलवर, भरतपुर और भिवाड़ी में क्विक रिस्पांस सिस्टम लागू हो गया है. इसके तहत कम समय में पुलिस लोगों को मदद उपलब्ध करा पाए इसके प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए अभय कमांड कंट्रोल रूम को ताकतवर बनाया गया है. साथ ही कुछ और काम भी तीनों जिलों में पुलिस इन को बेहतर करने के लिए चल रहे हैं.
पुलिस को मिलेंगे हथियार और वाहन
अलवर में लंबे समय से आधुनिक हथियार पर वाहनों की जरूरत महसूस हो रही थी. साल 2019 में पपला के बहरोड़ थाने से फरार होने की घटना के बाद भिवाड़ी से अलवर पुलिस को इंचार्ज एसएलआर एके-47 सहित कई हल्के व आधुनिक हथियार उपलब्ध कराए गए. तो वहीं बीते दिनों जिले में उनकी संख्या भी बढ़ाई जा रही है. साथ ही बदमाशों का पीछा करने के लिए पुलिस को जरूरत के हिसाब से वाहन भी दिए जा रहे हैं.