अलवर. जिले में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. हर दिन नए कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं. जिले में 825 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. इसमें कई ऐसे इलाके शामिल हैं, जिनको पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. ऐसे में इन क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, अलवर में पुलिस का अब नया रूप देखने को मिल रहा है.
दरअसल, अलवर पुलिस ने कुछ दिन पहले कंटेनमेंट जोन में कोरोना पॉजिटिव लोगों को होने वाली परेशानी को देखते हुए ई-सुनवाई शुरू की थी. इस ई-सुनवाई के जरिए लोग अपने घरों में रहकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस अधीक्षक से बात कर रहे हैं और अपनी समस्या उनके सामने रख रहे हैं. बड़ी संख्या में लोग इस सुनवाई के माध्यम से पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम से अपनी समस्या बता रहे हैं.
सुनवाई में कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जो लगातार समाज के लोगों को शर्मसार कर रहे हैं. बीते दिनों कंटेनमेंट जॉन में रहने वाले एक बुजुर्ग के विदेश में रहने वाले बेटे ने फोन किया और पुलिस से अपने माता-पिता के लिए राशन, दवा और जरूरत का अन्य सामान उपलब्ध कराने की बात कही. उसने कहा कि अलवर में माता-पिता को मदद नहीं मिल रही है. इस पर तुरंत पुलिस ने बुजुर्ग दंपती को दवाई, राशन और सब्जी पहुंचाई.
वहीं, बुधवार को अरावली विहार थाना क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार ने ई-सुनवाई के माध्यम से पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम से बात की. इस दौरान परिवार के सदस्यों ने कहा कि वो दिल्ली से लौटे थे. उस समय आस-पास के लोगों ने पहले उन्हें ताने देना शुरू किया और बाद में परिवार के कोरोना पॉजिटिव होने पर लोगों ने उनसे दूरी बना ली. कोरोना पॉजिटिव परिवार ने कहा कि उनके पास पीने के लिए पानी नहीं है और पूरा परिवार तनाव में है. लंबे समय से परिवार मानसिक पीड़ा झेल रहा है. इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने अरावली विहार थाना पुलिस को पानी की व्यवस्था करने के लिए कहा. मौके पर अरावली विहार थाना प्रभारी पहुंचे और पुलिस ने वाटर टैंकर से कोरोना पॉजिटिव परिवार को पानी पहुंचाया.
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वहीं, मदद मिलने के बाद लोग पुलिस को धन्यवाद दे रहे हैं. आगरा में रह रहे अलवर के एक युवक ने पुलिस को फोन करके इस नई कार्यशैली के लिए धन्यवाद कहा. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या पुलिस के साथ शेयर कर रहे हैं. वहीं, पुलिस की तरफ से सकारात्मक रुख अपनाते हुए लोगों की मदद की जा रही है. ऐसे में कहा जा सकता है कि अलवर पुलिस लोगों के लिए देवदूत की तरह काम कर रही है.