अलवर. जिले में कोरोना महामारी से हालात लगातार खराब हो रहे हैं. आए दिन मानवता को झंझोड़ देने वाले मामले सामने आ रहे हैं. इन सबके बीच अलवर के बड़ौदामेव क्षेत्र में एक मामले ने पुलिस को फिर से हीरो बना दिया है. दअरसल, उत्तर प्रदेश के नोएडा के सिकंदराबाद के रहने एक युवक की कोरोना से मौत हुई. युवक अपनी पत्नी और छोटे बच्चे के साथ रहता था. मौत के बाद परिवार में कोई भी बड़ा व्यक्ति नहीं था. ऐसे में अलवर पुलिस ने आगे आकर पूरे विधि विधान से बच्चे से अंतिम संस्कार करवाया. साथ ही प्रशासन की तरफ से बच्चे और उसकी मां की जांच और इलाज की व्यवस्था भी की गई है.
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बता दें कि अलवर के बड़ौदामेव कस्बे में किराए पर उत्तर प्रदेश के सिकंदराबाद गौतमबुधनगर निवासी हरीश एक निजी स्कूल में शिक्षक था. कुछ दिनों से हरीश बीमार चल रहा था. हरीश एक बेटा, दो बेटियों और पत्नी साथ रहता था. कुछ दिन पहले हरीश को खांसी जुकाम बुखार की शिकायत हुई. जांच कराने पर हरीश कोरोना पॉजिटिव मिला. घर में होम क्वॉरेंटाइन रहकर हरीश इलाज करा रहा था. इसी बीच हालत खराब होने पर हरीश इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचा. डॉक्टरों ने तुरंत ऑक्सीजन सैचुरेशन कम होने पर उसके ऑक्सीजन लगाई. लेकिन कुछ घंटे बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिवार में अन्य परिजन नही होने के कारण श्मशान तक शव ले जाने और चिता लगाने तक के लिए कोई नहीं था. ऐसे में कुछ ग्रामीणों ओर पुलिस प्रशासन ने शव को श्मशान पहुचाया और उसके बेटे से अंतिम रस्म कराई. यह देखकर सभी की आंखें नम हो गई.
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डॉ. धीरेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि हरीश (पुत्र-किशन लाल) बडौदामेव कस्बे में काफी समय से किराए पर रह रहा था. कुछ दिनों से हरीश बीमार चल रहा था. रविवार को भी हरीश की ज्यादा तबियत खराब होने पर वो हॉस्पिटल में दिखाने गया. इसके बाद सोमवार को हालात ज्यादा खराब होने पर हॉस्पिटल में दिखाने आया तो उसको अलवर के लिए रेफर कर दिया गया. ऑक्सीजन सैचुरेशन लगातार नीचे जा रहा था. इसके चलते उनको ऑक्सीजन लगा दिया गया. ऑक्सीजन लगाने की 30 मिनट बाद हरीश की मृत्यु हो गई, जिसकी सूचना एसएचओ सचिन शर्मा और नायब तहसीलदार अस्पताल पहुंचे ओर ग्रामीणों की मदद से कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया. ऐसे में अलवर पुलिस ने मानवता की मिसाल कायम की है. गांव में जिसने भी इस पूरे मामले के बारे में सुना उसकी आंखें नम हो गई, हालांकि प्रशासन की तरफ से मामले की सूचना नोएडा में रहने वाले हरीश के परिजनों को भी दे दी गई है.