अलवर. जिले सहित देशभर में 4 फरवरी से सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. इसकी शुरुआत अलवर शहर के नंगली सर्किल से वाहन रैली के रूप में हुई. उसके बाद परिवहन विभाग के कार्यालय में कई कार्यक्रम हुए, लेकिन सड़क सुरक्षा सप्ताह केवल दिखावा बनकर रह गया है. साल भर परिवहन में पुलिस विभाग के अधिकारी खानापूर्ति करने में लगे रहते हैं.
अलवर में लोग ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं. दोपहिया वाहन चालक हेलमेट का उपयोग नहीं करते हैं और चौपहिया वाहन चालक सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं. दिनभर लोग ट्रैफिक सिग्नल भी तोड़ते हुए नजर आते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जगह विभाग केवल खानापूर्ति करने में लगा रहता है. ट्रक चालक भी ओवरलोड सामान लेकर चलते हैं. परिवहन विभाग के अधिकारी कार्रवाई करने की जगह वसूली करने में जुटे रहते हैं.
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अलवर आरटीओ रानी जैन ने बताया, कि वैसे तो साल भर लोगों को जागरूक किया जाता है और कार्रवाई की जाती है, लेकिन सड़क सुरक्षा सप्ताह के जरिए खासतौर पर युवाओं को जागरूक करने का काम किया जाता है. क्योंकि 18 से 40 साल तक के लोग वाहन चलाते हैं और नियमों को तोड़ते हैं.
उन्होंने कहा, कि परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा सप्ताह में नोडल एजेंसी है, इसलिए विभाग की तरफ से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जा रहा है. कई तरह की प्रतियोगिताएं भी हो रहीं हैं. ड्राइविंग लाइसेंस के लिए कार्यालय में आने वाले लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दी जा रही है.