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अलवरः मत्स्य विश्वविद्यालय के अधीन सभी कॉलेजों में स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 21 सितंबर से

अलवर के मत्स्य विश्विद्यालय के अधीन आने वाले सभी कॉलेजों में स्नातक अंतिम साल की परीक्षाएं 21 सितंबर से शुरू हो रही है. इन परीक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालय की तरफ से सोमवार को वेबसाइट पर टाइम टेबल और विभिन्न जानकारियां अपलोड कर दी जाएंगी. वहीं, कोरोना संक्रमित मरीजों को परीक्षा में एक और मौका दिया जाएगा.

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स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 21 सितंबर से होगी शुरू
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Published : Sep 13, 2020, 2:56 AM IST

अलवर. जिले के मत्स्य विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले सभी कॉलेजों में स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 21 सितंबर से शुरू हो रही है. विश्वविद्यालय की तरफ से सोमवार को वेबसाइट पर टाइम टेबल और विभिन्न जानकारियां अपलोड कर दी जाएंगी. वहीं, कोरोना के चलते इस बार परीक्षाओं में कई बड़े बदलाव किए गए हैं.

स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 21 सितंबर से होगी शुरू

बता दें कि परीक्षा 3 घंटे की जगह 2 घंटे की रहेगी. वहीं, परीक्षार्थी को 5 सवाल की जगह केवल कोई भी 3 सवालों के जवाब देने होंगे. सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग किया जाएगा और संक्रमित मरीजों को परीक्षा में एक और मौका दिया जाएगा.

पढ़ें- कोरोना के चलते सरिस्का में रुकी बाघ को शिफ्ट करने की प्रकिया

कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेज के छात्रों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई. छात्रों को अगली कक्षा में क्रमोन्नति दी गई थी, लेकिन अंतिम साल के छात्रों को परीक्षा देनी होगी. दरअसल सर्वोच्च न्यायालय ने परीक्षा के आधार पर छात्रों को पास करने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद राजस्थान में सभी विश्वविद्यालयों की तरफ से परीक्षाएं कराई जा रही है. अलवर के राज ऋषि भर्तहरि मत्स्य विश्वविद्यालय की परीक्षाएं 21 सितंबर से शुरू हो रही है.

शुरुआत में स्नातक अंतिम साल की परीक्षाएं होंगी. पहली बार तीन पारियों में परीक्षा का आयोजन होगा. सुबह 8 से 10 बजे, दोपहर 11.30 से 1.30 बजे और दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक परीक्षाएं रहेंगी. परीक्षा 2 घंटे की होगी. इसमें छात्रों को 5 सवाल की जगह केवल कोई भी 3 सवालों के जवाब देने होंगे. इसके अलावा शेष रह गई प्रायोगिक परीक्षाओं का मूल्यांकन महाविद्यालय स्थल पर ही रिकॉर्ड के आधार पर किया जाएगा. कोरोना के फैलाव को देखते हुए सामाजिक दूरी के अनुरूप परीक्षा केंद्रों पर अलग से सीटिंग अरेंजमेंट किया जाएगा.

इसके अलावा सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग किया जाएगा. वहीं, सरकार की गाइडलाइन का पूरा पालन करने का सभी कॉलेजों को निर्देश दिया गया है. शीघ्र ही स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की समय सारणी भी विश्वविद्यालय की तरफ से जारी की जाएगी. उसके बाद विधि और बीएड की परीक्षाएं भी विश्वविद्यालय की तरफ से कराई जाएंगी. परीक्षा आयोजन संबंधित निर्णय पर कुलपति प्रोफेसर जे पी यादव ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक ली, जिसमें परीक्षा संबंधित सभी फैसले लिए गए.

कुलपति जेपी यादव ने कहा कि इस बार परीक्षाएं तीन घंटे की जगह 2 घंटे की होगी. प्रत्येक सेक्शन यूनिट से प्रश्न हल करने की बाध्यता भी समाप्त कर दी गई है. परीक्षार्थी को कोई भी तीन प्रश्न करने की छूट होगी. परीक्षा 1 घंटे देरी से सुबह 7 बजे के बजाय 8 बजे शुरू होगी और शाम को 3 पारी 6 बजे के बजाय 5 बजे समाप्त होगी. विश्वविद्यालय में स्नातक स्नातकोत्तर एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों और शिक्षण पाठ्यक्रम व अन्य पाठ्यक्रमों की आयोजित होने वाली परीक्षाओं में बड़ी संख्या में छात्र हिस्सा लेंगे.

स्नातक परीक्षा में 25 हजार 307, स्नातक परीक्षा में 7985, व्यवसायिक पाठ्यक्रम में 73, पीजी डिप्लोमा में 52, एलएलएम में 48, एलएलबी में 420, B.Ed में 6815 स्टूडेंट बैठेंगे. इस हिसाब से कुल विद्यार्थी 40 हजार 700 परीक्षाओं में बैठेंगे. विश्वविद्यालय की तरफ से इस बार सभी कॉलेजों को खास गाइडलाइन जारी की गई है. प्रतिदिन प्रत्येक परीक्षा के बाद परीक्षा कक्ष को सैनिटाइज किया जाएगा. वहीं, सीटिंग अरेंजमेंट में भी बड़े बदलाव किए गए हैं. बेहतर मॉनिटरिंग के लिए विश्व विद्यालय की तरफ से टीमों का गठन किया जाएगा. जो लगातार सभी कॉलेजों पर नजर रखेगी.

विश्व विद्यालय की तरफ से शुरू की जाएगी हेल्पलाइन

कोरोना संक्रमित मरीज, कोरोना संक्रमण क्षेत्र में रहने वाले स्टूडेंट और जिन लोगों के परिवार में कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति आया है. तो उसको परीक्षा में बैठने का एक दूसरा मौका दिया जाएगा. इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से एक हेल्पलाइन शुरू की जाएगी. जिस पर छात्र अपनी जानकारी दे सकते हैं, लेकिन छात्र को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट भी देनी होगी. कुलपति ने कहा छात्र की कोरोना संबंधित रिपोर्ट अगर सही कारण होगी तभी उसे परीक्षा में एक और मौका दिया जाएगा.

अलवर. जिले के मत्स्य विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले सभी कॉलेजों में स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 21 सितंबर से शुरू हो रही है. विश्वविद्यालय की तरफ से सोमवार को वेबसाइट पर टाइम टेबल और विभिन्न जानकारियां अपलोड कर दी जाएंगी. वहीं, कोरोना के चलते इस बार परीक्षाओं में कई बड़े बदलाव किए गए हैं.

स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 21 सितंबर से होगी शुरू

बता दें कि परीक्षा 3 घंटे की जगह 2 घंटे की रहेगी. वहीं, परीक्षार्थी को 5 सवाल की जगह केवल कोई भी 3 सवालों के जवाब देने होंगे. सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग किया जाएगा और संक्रमित मरीजों को परीक्षा में एक और मौका दिया जाएगा.

पढ़ें- कोरोना के चलते सरिस्का में रुकी बाघ को शिफ्ट करने की प्रकिया

कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेज के छात्रों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई. छात्रों को अगली कक्षा में क्रमोन्नति दी गई थी, लेकिन अंतिम साल के छात्रों को परीक्षा देनी होगी. दरअसल सर्वोच्च न्यायालय ने परीक्षा के आधार पर छात्रों को पास करने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद राजस्थान में सभी विश्वविद्यालयों की तरफ से परीक्षाएं कराई जा रही है. अलवर के राज ऋषि भर्तहरि मत्स्य विश्वविद्यालय की परीक्षाएं 21 सितंबर से शुरू हो रही है.

शुरुआत में स्नातक अंतिम साल की परीक्षाएं होंगी. पहली बार तीन पारियों में परीक्षा का आयोजन होगा. सुबह 8 से 10 बजे, दोपहर 11.30 से 1.30 बजे और दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक परीक्षाएं रहेंगी. परीक्षा 2 घंटे की होगी. इसमें छात्रों को 5 सवाल की जगह केवल कोई भी 3 सवालों के जवाब देने होंगे. इसके अलावा शेष रह गई प्रायोगिक परीक्षाओं का मूल्यांकन महाविद्यालय स्थल पर ही रिकॉर्ड के आधार पर किया जाएगा. कोरोना के फैलाव को देखते हुए सामाजिक दूरी के अनुरूप परीक्षा केंद्रों पर अलग से सीटिंग अरेंजमेंट किया जाएगा.

इसके अलावा सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग किया जाएगा. वहीं, सरकार की गाइडलाइन का पूरा पालन करने का सभी कॉलेजों को निर्देश दिया गया है. शीघ्र ही स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की समय सारणी भी विश्वविद्यालय की तरफ से जारी की जाएगी. उसके बाद विधि और बीएड की परीक्षाएं भी विश्वविद्यालय की तरफ से कराई जाएंगी. परीक्षा आयोजन संबंधित निर्णय पर कुलपति प्रोफेसर जे पी यादव ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक ली, जिसमें परीक्षा संबंधित सभी फैसले लिए गए.

कुलपति जेपी यादव ने कहा कि इस बार परीक्षाएं तीन घंटे की जगह 2 घंटे की होगी. प्रत्येक सेक्शन यूनिट से प्रश्न हल करने की बाध्यता भी समाप्त कर दी गई है. परीक्षार्थी को कोई भी तीन प्रश्न करने की छूट होगी. परीक्षा 1 घंटे देरी से सुबह 7 बजे के बजाय 8 बजे शुरू होगी और शाम को 3 पारी 6 बजे के बजाय 5 बजे समाप्त होगी. विश्वविद्यालय में स्नातक स्नातकोत्तर एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों और शिक्षण पाठ्यक्रम व अन्य पाठ्यक्रमों की आयोजित होने वाली परीक्षाओं में बड़ी संख्या में छात्र हिस्सा लेंगे.

स्नातक परीक्षा में 25 हजार 307, स्नातक परीक्षा में 7985, व्यवसायिक पाठ्यक्रम में 73, पीजी डिप्लोमा में 52, एलएलएम में 48, एलएलबी में 420, B.Ed में 6815 स्टूडेंट बैठेंगे. इस हिसाब से कुल विद्यार्थी 40 हजार 700 परीक्षाओं में बैठेंगे. विश्वविद्यालय की तरफ से इस बार सभी कॉलेजों को खास गाइडलाइन जारी की गई है. प्रतिदिन प्रत्येक परीक्षा के बाद परीक्षा कक्ष को सैनिटाइज किया जाएगा. वहीं, सीटिंग अरेंजमेंट में भी बड़े बदलाव किए गए हैं. बेहतर मॉनिटरिंग के लिए विश्व विद्यालय की तरफ से टीमों का गठन किया जाएगा. जो लगातार सभी कॉलेजों पर नजर रखेगी.

विश्व विद्यालय की तरफ से शुरू की जाएगी हेल्पलाइन

कोरोना संक्रमित मरीज, कोरोना संक्रमण क्षेत्र में रहने वाले स्टूडेंट और जिन लोगों के परिवार में कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति आया है. तो उसको परीक्षा में बैठने का एक दूसरा मौका दिया जाएगा. इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से एक हेल्पलाइन शुरू की जाएगी. जिस पर छात्र अपनी जानकारी दे सकते हैं, लेकिन छात्र को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट भी देनी होगी. कुलपति ने कहा छात्र की कोरोना संबंधित रिपोर्ट अगर सही कारण होगी तभी उसे परीक्षा में एक और मौका दिया जाएगा.

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