अलवर. जिले के छोटे से गांव सिंह सल की रहने वाली पायल जांगिड़ को बाल-विवाह, बाल श्रम के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर विल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने चेंजमेकर अवार्ड से नवाजा. पायल को यह सम्मान उसी कार्यक्रम में मिला जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ग्लोबल गोलकीपर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया. उसके बाद से लगातार पायल ने पूरे विश्व में अलवर का नाम रोशन करती रही. ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा गुरुवार को जिला परिषद में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें नाबार्ड में अवार्ड प्राप्त कर चुकी पायल को भी सम्मानित किया गया.
इस मौके पर पायल ने मौजूद युवा महिलाओं को संबोधित करते हुए अपने अंदर छिपी हुई प्रतिभा को पहचानने की बात कही. उन्होंने कहा कि सभी को पायल की तरह अलग सोचने की आवश्यकता है. जब तक हम अपने खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे तब तक सुधार की कोई संभावना नहीं रहेगी.
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जिला कलेक्टर ने कहा कि अलवर में चल रहे शक्ति प्रोजेक्ट के तहत जिला प्रशासन द्वारा गांव में जाकर बाल पंचायत का आयोजन किया जाएगा. ज्यादा से ज्यादा युवाओं को, लोगों को जोड़ा जाएगा. उनकी समस्याओं का मौके पर निस्तारण किया जाएगा. इस मौके पर नाबार्ड ने अवार्ड प्राप्त कर चुकी पायल ने कहा कि कोई भी काम शुरू करने से पहले कई तरह की परेशानियां आती है. लेकिन उनका डटकर मुकाबला करना आवश्यक है. पायल ने किस तरह से अपने बाल-विवाह को रुकवाया और उसके बाद अपनी बहन के बाल-विवाह को रुकवाने की भी लड़ाई लड़ी.