अलवर. शहर में पानी के हालात खराब हो रहे हैं. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में जनता पार्षदों से सवाल पूछ रही है. यहां पार्षदों ने विरोध-प्रदर्शन का अनोखा तरीका अपनाया है. पार्षदों ने गुरुवार को जलदाय विभाग में धरना-प्रदर्शन के दौरान कहा कि जनता उनको सोने नहीं देती है, इसलिए वो अपनी नींद पूरी करने के लिए जलदाय विभाग आए हैं. जलदाय विभाग के गेट के सामने जमीन पर लेट कर विरोध प्रदर्शन करेंगे. जब तक उनके क्षेत्र में पानी की समस्या का समाधान नहीं होगा, विरोध-प्रदर्शन जारी (Alwar city councillors protest for drinking water) रहेगा.
शहर के वार्ड नंबर 10, 11, 12, 14, 16, 17 सहित विभिन्न वार्डों के पार्षद गुरुवार को जलदाय विभाग पहुंचे. पार्षदों ने कहा कि उनके क्षेत्र के लोग उनको सोने नहीं देते है, रात भर उनके फोन बजते हैं. क्षेत्रवासी पानी की शिकायत करते हैं. सुबह 4 बजे से उनके घर पर लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है. इसलिए पार्षद अपनी नींद पूरी करने के लिए जलदाय विभाग आए हैं. जलदाय विभाग के गेट पर पार्षदों ने जमीन पर लेट कर अपना विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा किरोज सुबह वो जलदाय विभाग में आकर धरना देंगे. जब तक उनके क्षेत्र में पानी की समस्या का समाधान नहीं होगा. पार्षदों ने बताया कि वो कई बार पानी की समस्या से जलदाय विभाग के अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं. लेकिन उसके बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ. क्षेत्र में पानी सप्लाई नहीं होने से लोग परेशान हैं. स्थानीय लोग उनके घर पर आकर हंगामा करते हैं.
पढ़ें: कब मिलेगा पीने का पानी: 7 साल से अधर में लटकी क्षेत्रीय ऑफसेट योजना, जिम्मेदार बेखबर
पार्षदों ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. उसके बाद भी कांग्रेस के पार्षद परेशान हो रहे हैं. वैसे तो अलवर में साल भर पानी की किल्लत रहती है, लेकिन गर्मी के मौसम में हालात ज्यादा खराब हो जाते हैं.अलवर शहर में गर्मी के मौसम में पानी की डिमांड 90 एमएलडी से ज्यादा रहती है. जबकि जलदाय विभाग 45 से 50 एमएलडी पानी सप्लाई करता ह़ै. ऐसे में लोगों को पानी के लिए प्रदर्शन करने पड़ते हैं और आए दिन हंगामे होते हैं. करोड़ों रुपए खर्च करके जलदाय विभाग ने शहर में नई पानी की पाइप लाइन डाली व नई टंकी बनवाई. लेकिन पाइपलाइन का आज तक मिलान नहीं हुआ. टंकी खाली पड़ी हुई है.