अलवर. शाहजहांपुर में राजस्थान-हरियाणा की सीमा है, जहां पर बड़ी संख्या में किसान लगातार नए कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे हैं. धरने में कई दिग्गज किसान नेता भी शामिल हैं. हनुमान बेनीवाल, योगेंद्र यादव, रामपाल जाट सहित तमाम किसान नेता अलवर में प्रदर्शन के दौरान अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं.
पूरे देश की निगाहें राजस्थान किसान आंदोलन पर टिकी हुई हैं, क्योंकि एनडीए की सहयोगी पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपनी पार्टी का समर्थन वापस लेते हुए कई बार इस मुद्दे बयान दिए तो वहीं दूसरी तरफ हरियाणा सीमा पर राजस्थान, गुजरात मध्य प्रदेश व हरियाणा के किसान लगातार विरोध जता रहे हैं. किसानों का साफ तौर पर कहना है जब तक सरकार तीनों नई कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक उनका विरोध जारी रहेगा.
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कृषि कानून पर रानीति जारी...
दूसरी तरफ किसान व सरकार के बीच चल रही वार्ता विफल साबित हो रही है. ऐसे में किसान एमएसपी मूल्य निर्धारण करने व किसान बिल वापस लेने की बात पर अड़े हुए हैं. दूसरी तरफ सरकार बार-बार संशोधन की बात कह रही है. कृषि कानून पर लगातार देश में राजनीति हो रही है. कांग्रेस भी कई बार विरोध प्रदर्शन करके सरकार को घेरने का प्रयास कर चुकी है. ऐसे में किसान आंदोलन के चलते पूरा देश प्रभावित हो रहा है. बिगड़ते हालातों को देखते हुए अलवर प्रशासन की तरफ से एडीएम प्रथम रामचरण शर्मा, बहरोड़ एसडीएम सहित कई अधिकारियों को किसानों के बीच भेजा गया.
प्रशासन अलर्ट...
लगातार अधिकारी किसानों के चल रहे धरना प्रदर्शन पर नजर रख रहे हैं. सभी ने किसानों से शांतिपूर्ण तरह से धरना देने की बात कही. जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने कहा कि राजस्थान सीमा में किसान शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हुए हैं. जबकि हरियाणा क्षेत्र में कई बार किसान व पुलिस के बीच विवाद के मामले सामने आए हैं. किसान आंदोलन के चलते प्रशासन अलर्ट है.