अलवर. सरकार और प्रशासन की घोर अनदेखियों की मार झेल रहा एक परिवार, सरकार से न्याय की उम्मीद लिए बैठा है. इस परिवार ने ऑक्सीजन की कमी की वजह से अपना एक होनहार बेटा खो दिया है. इसी मामले को लेकर मंगलवार को एक 3 साल की बेटी अपने मृतक पिता को इंसाफ दिलाने और सोई हुई सरकार को जगाने की उम्मीद के साथ परिजनों के साथ धरने पर बैठी.
3 साल के बच्चे जिंदगी के अच्छे-बुरे अहसासों के बारे से बेखबर रहते हैं. सारा दिन मां-बाप की गोद में खेलने और लाड़-दुलार में निकल जाता है. कौन अच्छा कौन बुरा 3 साल के बच्चों को क्या मालूम. लेकिन उपरवाले को कुछ और ही मंजूर था. जिसके चलते महज 3 साल की अनवी के सर से हमेशा के लिए पिता का साया उठ गया.
ऑक्सीजन की कमी से हुई थी मौत
आज से 1 महीने पहले अलवर शहर के युवा इंजीनियर राहुल शर्मा की मौत ऑक्सीजन की कमी से दौसा में हो गई थी. मौत का कारण एंबुलेंस से अलवर से जयपुर ले जाते समय ऑक्सीजन खत्म होना रहा. जिसके बाद जिला प्रशासन ने जांच कमेटी बनाई, रिपोर्ट भी आई, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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मृतक राहुल के पिता ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि मामले में कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया से कई बार मिल चुके हैं. उन्होंने पूरी जांच कर दोषियों को सजा दिलाने का आश्वासन दिया है. जांच कमेटी भी बैठी, रिपोर्ट भी आई, दोषियों के नाम भी बताए गए लेकिन कुछ नहीं हुआ. शहर के मंत्री और जनप्रतिनिधि जनता के पहले हितैषी होते हैं. लेकिन जब जनता को उनकी सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है तब वह दूर-दूर तक नहीं दिखते. सरकार की ओर से अभी तक किसी भी दोषी को सजा नहीं मिला ना ही परिजनों को कोई आर्थिक सहायता दी गई. मृतक राहुल परिवार में अकेला कमाने वाला था. उन्होंने बताया जब तक राहुल के दोषियों को सजा नहीं मिलेगी तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे.