अलवर. जिले में आए दिन बच्ची और महिलाओं के साथ घटनाओं के मामले सामने आते हैं. अलवर में बच्ची सुरक्षित नहीं है और महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ होता है. 20 सितंबर को अलवर के महिला थाना क्षेत्र में एक 7 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू की.
इसके अगले ही दिन 21 सितंबर को 14 महीने की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया. दोनों ही मामलों ने मानवता को शर्मसार किया. दोनों ही घटनाओं में अलवर पुलिस अधीक्षक की तरफ से मौके पर पहुंचकर परिजनों से बातचीत की गई. परिजनों की काउंसलिंग करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 14 महीने की बच्ची बोलने में असमर्थ थी. ऐसे में पुलिस ने उसकी मां से बातचीत की. काउंसलिंग के माध्यम से उसको समझाया गया, जिसके बाद परिजनों ने पुलिस का सहयोग किया और जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने 14 महीने की बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में पड़ोस में रहने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी मूल रूप से भरतपुर का रहने वाला है, लेकिन अभी एनईबी थाना क्षेत्र में एक मकान में किराए पर रहता है. आरोपी बच्ची के साथ गलत हरकत कर रहा था. इस दौरान बच्ची के परिजन आए और हंगामा मचाने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया.
इसी तरह से 7 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले मामले में पुलिस ने एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया है. इस मामले को किशोर न्याय बोर्ड अलवर में पेश कर संप्रेषण गृह में बाल अपचारी को निरुद्ध किया है. पुलिस ने कहा कि गर्मी छुट्टी बिताने के लिए आए एक बाल अपचारी ने 7 साल की बच्ची के साथ गलत काम किया. परिजनों की ओर से देखने पर मामले की जानकारी पुलिस को दी गई.
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि बच्चों के साथ होने वाली घटनाओं में पुलिस की तरफ से अब तुरंत कार्रवाई की जाएगी. आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि पुराने जितने भी मामले लंबित हैं, सभी मामलों में पुलिस जल्द से जल्द चालान पेश करेगी.