रामगढ़ (अलवर). आधुनिक अलवर के निर्माता सवाई जयसिंह की पुण्यतिथि जमालपुर गांव में मनाई गई. इस दौरान लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए राजपूत युवा संस्था की ओर से उनकी पुण्यतिथि मनाई गई.
इस अवसर पर राजपूत समाज के तहसील अध्यक्ष अवधेश सिंह की ओर से सवाई जयसिंह के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया. इस मौके पर सभी युवकों ने सवाई जयसिंह जी की ओर से सामाजिक समरसता, सभी से भाईचारा, प्रेम बनाए रखने के संदेश को अपनाकर जीवन जीने का संकल्प भी लिया.
इस अवसर पर सत्येंद्र सिंह, भुवनेश्वर सिंह, राहुल सिंह सहित प्रह्लाद सिंह और अन्य ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए और भगवान राम के उपासक रहे सवाई जयसिंह की इस पुण्यतिथि के अवसर पर राम धुन का भी मनन किया. इस अवसर पर ये भी बताया गया कि सवाई जयसिंह ने बाल विवाह जैसी कुप्रथा पर रोक लगाई और उन्होंने ही दलित समाज, पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण की व्यवस्था उस समय ब्रिटिश हुकूमत के दौरान की थी.
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वहीं, 19 मई 1937 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में वो प्रजा से दूर रहते हुए इस संसार से चल बसे. जहां सारे नगर में कोहराम मच गया और रतलाम नरेश के प्रबंध से 12 जून को प्रात: काल स्पेशल ट्रेन से जयसिंह का शव अलवर पहुंचा. इस दिन उनके अंतिम दर्शन के लिए अलवर में लोगों की काफी भीड़ उमड़ी.
जमालपुर गांव में आयोजित पुण्यतिथि पर भुवनेश्वर सिंह ने बताया आधुनिक अलवर के निर्माता सवाई जयसिंह जी की पुण्यतिथि का आयोजन किया गया है और उनके बताए गए सही मार्ग का अनुसरण कर चलेंगे. सामाजिक समरसता और एकता का संदेश देते हुए हम सभी जाति धर्म का सहयोग करके जीवन जीएंगे, ये हमारा संकल्प है.