केकड़ी (अजमेर). बिजली उपभोक्ता से डिमांड की राशि कम करने के नाम पर रिश्वत मांगने के आरोपी समरथनाथ के मामले में अजमेर से पहुंची जांच टीम ने साक्ष्य जुटाए है. जांच टीम में शामिल विजिलेंस डीएसपी राजेन्द्र सिंह निर्वाण,एक्सईएन डीके खण्ड़ेलवाल नसीराबाद ने केकड़ी विधुत विभाग के कार्यालय पहुंचकर मामलें के संबंध में जांच की है. टीम ने उपभोक्ता प्रधान जाट और शिकायतकर्ता केकड़ी नगर विकास समिति के अध्यक्ष मोड़ सिंह राणावत के बयान दर्ज किए हैं.
विदित है कि प्रधान जाट ने अपनी पिछले दिनों सीए अशोक गहलोत, उर्जा मंत्री बी डी कल्ला और चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा को शिकायत में बताया कि वह अपनी मां गलकू देवी और भाभी छोटी देवी के नाम खेत पर कृषि विद्युत कनेक्शन के डिमांड नोटिस की जानकारी के लिए गया था.
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बाबू समरथनाथ ने उसे बताया कि गलकू देवी के कनेक्शन के डिमांड की राशि 3 लाख 46 हजार रुपए और छोटी देवी के कनेक्शन की डिमांड राशि 2 लाख 93 हजार रुपए होगी. इस पर उपभोक्ता प्रधान जाट ने बाबू से कहा कि यह डिमांड राशि तो बहुत अधिक है. इस पर बाबू ने उससे रिश्वत की मांग की. बाबू ने उसे कहा कि डिमांड राशि कम कराने के लिए उसे कुछ सेवा करनी होगी.
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उपभोक्ता ने बताया है कि बाद में तयशुदा राशि बाबू को देने पर बाबू ने हाथों-हाथ डिमांड नोटिस जारी किया. उपभोक्ता ने बातचीत का वीडियो भी शिकायत के साथ सीएम और अन्य को भिजवाया था. इसके बाद रिश्वत मांगने के आरोपी समरथ नाथ को एसई एमएल मीणा ने निलंबित कर दिया था. इस संबंध में चीफ इंजीनियर एनएस निर्वाण ने निर्देश दिए थे. आरोपी बाबू को निलम्बित करते हुए उसका मुख्यालय लाडंनू स्थांतरित कर दिया गया था.