अजमेर. विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद के 3 लाख 56 हजार सदस्य बन चुके हैं. यह संगठन विश्व का पूर्व छात्रों का सबसे बड़ा संगठन है. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संगठन की सराहना की और उन्हें समाज सेवा के कार्यों में जुटने की अपील की.
विद्या भारती पूर्व छात्र संगठन के राजस्थान प्रमुख प्रचारक नवीन झा ने बताया कि संगठन में 356000 सक्रिय सदस्य हैं. इनमें से कई उच्च पदों पर आसीन हैं, इस संगठन के जरिए समाज की सेवा और समाज से कुरीतियों को मिटाकर एक होने का संदेश दिया जाता है. उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी वो समाज के लोगों को जागरूक करते हैं.
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विद्या भारती संस्थान सरकार से बिना आर्थिक सहयोग प्राप्त किए ही देश भर में लगभग 12830 औपचारिक विद्यालयों के भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने की शिक्षा दिलवा रहा है. इस संगठन का कहना है कि वो विश्व का सबसे बड़ा शैक्षिक संगठन है. जिनमें 100000 से अधिक शिक्षक आचार्य बंधु कुल 34,47,856 छात्रों का भविष्य निर्माण कर रहे हैं.
वहीं समाज के वंचित वर्ग के उत्थान के लिए भी संगठन की तरफ से काम किए जा रहे हैं. देश के ग्रामीण जनजातीय तथा सेवा बस्ती क्षेत्रों में 11353 अनौपचारिक शिक्षा केंद्रों के माध्यम से यह संस्थान बच्चों को शिक्षा दे रहा है. यह प्रयास 1952 में संगठन बनने के बाद से जारी है.