अजमेर. पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री और अजमेर की उत्तर विधानसभा से विधायक वासुदेव देवनानी ने राजस्थान सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं. रविवार को वासुदेव देवनानी की ओर से प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने अजमेर सहित राजस्थान की विभिन्न समस्याओं को लेकर विधानसभा में सरकार पर सवाल भी खड़े किए.
विधायक देवनानी ने सरकार पर शिक्षा में बंटाधार करने का आरोप लगाया. वहीं उन्होंने कहा कि सरकार के पास बजट की भी कमी है, जिसका सीधा असर शिक्षा सहित अन्य विभागों पर भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है.
शिक्षा विभाग में उत्कृष्ट गुणवत्ता शिक्षा के लिए कंपोजिट ग्रांट बजट का आवंटन किया जाता है, लेकिन सरकार ने फरवरी तक केवल 25 फीसदी बजट ही जारी किया है, जबकि इस बजट से बच्चों को काफी सुविधाएं और स्कूल में बेहतर कार्य किए जाते हैं.
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वहीं फरवरी तक पूरा बजट दिया जाता है, लेकिन सरकार के पास बजट का अभाव है. जिसके चलते व्यवस्था नहीं हो पा रही है. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में 297 कॉलेजों में से 267 कॉलेजों में प्रधानाचार्य मौजूद नहीं है, जिसका सीधा असर शिक्षा पर पड़ रहा है.लेकिन, सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.
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विधायक वासुदेव देवनानी ने अजमेर के विभिन्न मुद्दे विधानसभा में उठाने और उन्हें जल्द पूरा करने की मांग की है. इस दौरान उन्होंने बताया, कि बजट के अभाव में अजमेर के ठेकेदारों के 3 हजार करोड़़ रुपए भी बकाया चल रहे हैं, जिसके चलते सारे कार्य ठप पड़े हैं. जबकि विधायक कोष का पैसा भी नहीं मिल पा रहा.
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के मुद्दों पर भी किए सवाल खड़े
देवनानी ने कहा कि संभाग के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरूअस्पताल में डायलिसिस मशीन नहीं है, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी की सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से कोरोना वायरस से निपटने के लिए शहर में जांच कराने की मांग के साथ ही चीन में फंसे राजस्थानियों को चीन से निकालने की भी मांग की. देवनानी ने राजस्थान रोडवेज में हो रहे नुकसान को लेकर सरकार को घेरा और कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया है.