अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग के बाहर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए अभ्यर्थियों ने विरोध-प्रदर्शन किया. वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2016 के बेरोजगार अभ्यार्थी 2 वर्षों से रिसफल रिजल्ट और आरक्षित सूची निकालने की मांग कर रहे हैं. वहीं वरिष्ठ अध्यापक (संस्कृत शिक्षा) भर्ती 2018 के बेरोजगार अभ्यार्थी प्रतीक्षा सूची में शामिल अभ्यर्थियों की नियुक्ति की अभिशंसा संस्कृत शिक्षा विभाग को भेजने की मांग कर रहे है. अभ्यार्थियों का आरोप है कि आरपीएससी और सरकार उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रहे है.
लंबे अरसे से यह बेरोजगार अभ्यर्थी आरपीएससी और सरकार से अपनी मांगों को लेकर गुहार लगा चुके हैं. ऐसे में एक बार फिर से प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए अभ्यार्थियों ने अपनी मांग को लेकर आवाज बुलंद की है. राजस्थान लोक सेवा आयोग कार्यालय से 100 मीटर की दूरी पर लामबंद हुए अभ्यार्थियों ने आरपीएससी और शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
ईटीवी भारत से बातचीत में बेरोजगार अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें सरकार और आरपीएससी से काफी उम्मीद है कि दोनों भर्तियों में उनकी मांग के अनुरूप रिसफल रिजल्ट और प्रतीक्षा सूची जारी हो जाती है, तो ना केवल रिक्त पद भरेंगे, बल्कि कई बेरोजगारों को नौकरी मिलेगी. वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2016 क्या भारती धर्म प्रकाश ने बताया कि विभिन्न विषयों में 1000 से भी अधिक पद रिक्त हैं. अभ्यार्थी 2 वर्षों से रिसफल परिणाम जारी करने की मांग कर रहे हैं, जबकि कोर्ट में लगा स्टे भी हट चुका है.
उन्होंने बताया कि सामाजिक विज्ञान में विषय में रिसफल परिणाम आरपीएससी ने जारी कर दिया, लेकिन अन्य विषयों के अभ्यार्थियों के साथ अन्याय किया गया है. अन्य विषयों का रिसफल परिणाम लंबित किया जा रहा है. रिक्त पदों के लिए आरपीएससी और बीकानेर निदेशालय ने कोर्ट में हलफनामा पेश किया है. वरिष्ठ अध्यापक (संस्कृत शिक्षा) भर्ती 2018 के अभियार्थी आशीष भारद्वाज ने बताया कि पहले हमेशा से ऐसा होता आया है कि सामान्य शिक्षा विभाग और संस्कृत विभाग की भर्ती बराबर होती रही है. पहली बार संस्कृत शिक्षा विभाग ने रिक्त पदों को भरने के लिए धैर्य रखा और सामान्य शिक्षा विभाग की भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण होने दिया इसके बाद संस्कृत शिक्षा विभाग ने भर्ती प्रक्रिया शुरू की. लेकिन 371 पद रिक्त रह गए.
उन्होंने बताया कि नवंबर 2020 में संस्कृत शिक्षा विभाग ने आरपीएससी को अभ्यर्थना भेजी थी. बावजूद इसके आरपीएससी ने प्रतीक्षा सूची में शामिल अभ्यर्थियों की नियुक्ति की अभियंता संस्कृत शिक्षा विभाग को नहीं भेजी. अभ्यार्थी कई बार आरपीएससी के चक्कर लगा चुके हैं, वहीं शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग से भी मिल चुके हैं. अभ्यार्थियों का आरोप है कि सुभाष गर्ग ने उन्हें हास्य पद जवाब दिया कि अभियार्थी आरपीएससी के बाहर धरना लगाएं.
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महिला बेरोजगार अभ्यर्थियों में शामिल कृष्णा चौधरी ने बताया कि अभ्यार्थी अपनी मांगों को लेकर जयपुर और अजमेर के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई भी जिम्मेदार अभ्यार्थियों को सकारात्मक जवाब नहीं दे रहा है. अभ्यार्थी पूजा अग्निहोत्री ने बताया कि नियुक्ति की उम्मीद में अभ्यार्थी भटक रहे हैं, लेकिन उन्हें सही जवाब कोई नहीं दे रहा है. अभ्यार्थी अब मांग पूरी नहीं होने पर अजमेर में राजस्थान लोक सेवा आयोग कार्यालय से 100 मीटर की दूरी पर अनिश्चितकालीन धरना देने का मानस बना रहे हैं.