अजमेर. जिले में शिक्षक संघ राधाकृष्णन से जुड़ी 60 से अधिक शिक्षकों ने रक्षाबंधन के दूसरे दिन शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश सचिव महेंद्र सिंह रलावता को अपना भाई बना लिया. बाकायदा शिक्षिकाएं राखी लेकर रलावता के फार्म हाउस पहुंची, जहां उन्होंने रलावता उनकी पत्नी और बेटे-बहू को राखी बांधी. साथ ही शिक्षिकाओं ने रलावता से उनकी रक्षा करने का वचन भी लिया. इतनी बहनों से राखी बंधवा कर रलावता भी गदगद दिखाई दिए.
कांग्रेस के प्रदेश सचिव महेंद्र सिंह रलावता ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि इन बहनों ने उनके घरों आकर उसे पवित्र कर दिया है. रलावता ने यह भी कहा कि वे इनके सुख दुख में हमेशा साथ खड़े रहेंगे. रलावता की कलाई पर राखी बांधकर शिक्षिकाएं भी खुश नजर आ रही थी जाहिर है अब सरकार में उनकी हिमायत के लिए उन्हें रलावता के रूप में भाई मिल गए हैं. शिक्षक संघ राधाकृष्णन की प्रदेश संयोजिका संगीता भाटी का कहना है कि जिस तरह से हुमायूं को कर्णावती ने राखी भेजी थी और हुमायूं ने उनकी रक्षा की थी उसी तरह से रलावता भी अब उनकी रक्षा करेंगे.
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मेवाड़ की रानी कर्णावती ने हुमायूं को राखी क्यों भेजी और हुमायूं ने कर्णावती की रक्षा किस से की इतिहास के पन्नों को सबने पढ़ा है. लेकिन कर्णावती और हुमायूं का उदाहरण देने वाली शिक्षिकाओं को किस दुश्मन का भय है, यह कांग्रेस के साथ अन्य शिक्षक संगठनों में भी यह चर्चा का विषय बन गया है. बता दें कि अजमेर की 8 विधानसभा सीटों में से महज केकड़ी और मसूदा की सीट कांग्रेस जीत पाई है. दोनों विधानसभा से विधायक अपने क्षेत्र में ज्यादा व्यस्त रहते हैं, ऐसे में अजमेर में प्रदेश संगठन में सक्रिय महेंद्र सिंह रलावता है जो सत्ता और संगठन में पूरा दखल रखते हैं. शायद यही वजह है पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी के बाद अब कांग्रेस में प्रदेश सचिव महेंद्र सिंह रलावता ही शिक्षक संघ राधाकृष्णन को एमआईटी के रूप में उपयुक्त लग रहे हैं.