अजमेर. फिल्म पानीपत के विवाद को लेकर एबीवीपी से जुड़े छात्र संगठनों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अजमेर के सिनेमाघरों में फिल्म पानीपत के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की. एसपीसीजीसीए छात्र संघ के विकास गोरा ने कहा कि पानीपत फिल्म में महाराजा सूरजमल का इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है और उनका गलत चित्रण किया गया है. जिससे छात्र संगठन नाराज है.
ऐसे में इस फिल्म को अजमेर में किसी भी सिनेमाघर में प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा. अगर किसी ने फिल्म चलाई तो फिल्म को बंद करा दिया जाएगा. जिला कलेक्टर ने इस संबंध में उचित आश्वासन भी दिया है. इस फिल्म को लेकर राजस्थान के भरतपुर और जयपुर सहित कई शहरों में विरोध किया जा रहा है. जयपुर के सिनेमाघरों में भी काफी तोड़फोड़ की जा चुकी है. इस फिल्म को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सेंसर बोर्ड से हस्तक्षेप करने की बात कही है तो डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि फिल्म के मामले में केंद्र सरकार संज्ञान में ले. वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी फिल्म में व्यक्तिगत विशेष के चित्रण को गलत ठहराया है. इस प्रदर्शन में कई छात्र नेता मौजूद रहे.
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झुंझुनू में भी लोगों ने जताया विरोध
वहीं, झुंझुनू के किसी भी सिनेमा हॉल में पानीपत मूवी रिलीज ही नहीं हुई है. इसके बाद भी यहां पानीपत मूवी का विरोध किया जा रहा है. दरअसल जिले में एक ही सिनेमाहॉल अभी ठीक तरह से चल रहा है और वहां पर इसकी बजाय एक अन्य मूवी चल रही है. ऐसे में विवाद के बाद युवा डाउनलोड कर जरूर यह मूवी देख सकते है. क्योंकि अभी इसे डाउनलोड करना भी कानूनन वैध नहीं है.