अजमेर. शहर में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत लगातार स्वास्थ्य विभाग टीम की कार्रवाई जारी है. इस कड़ी में मंगलवार को विभाग ने सोन पापड़ी की फैक्ट्री पर छापा मारा. इस दौरान टीम ने फैक्ट्री से भारी मात्रा में सोन पापड़ी बनाने की सामग्री बरामद की है.
स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर देख फैक्ट्री मालिक राजेंद्र गहलोत और कर्मचारी मौके से फरार हो गए. इसके बाद टीम ने सोन पापड़ी की फैक्ट्री को सीज कर दिया. वहीं जब यह कार्रवाई हुई उस दौरान दर्शन फैक्टरी पर ना तो मालिक और ना ही कोई कर्मचारी मौजूद मिला. हालांकि टीम के अधिकारी सोन पापड़ी में किसी भी तरह की मिलावट से साफ तौर पर इंकार कर रहे हैं.
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खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश चंद्र सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि टीम जब मंगलवार को तोपदड़ा पहुंची, तो उन्हें एक दुकान पर सोन पापड़ी के डिब्बों पर किसी तरह की तारीख अंकित नहीं मिली. उन्होंने फैक्ट्री का पता किया, जिसके बाद फैक्टरी पहुंचे, तो उन्हें वहां मालिक राजेंद्र गहलोत नहीं मिले और न ही कोई कर्मचारी मौके पर मौजूद था. राजेंद्र गहलोत को फोन करके बुलाया गया, लेकिन उसने किसी की मृत्यु होने का बहाना बना दिया. जिसके बाद विभाग ने फैक्ट्री को सीज कर दिया.
रोडवेज कर्मियों ने 12 नवंबर को चक्काजाम की दी चेतावनी
रोडवेज कर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. ऐसे में मंगलवार को शहर के केंद्रीय कार्यशाला के बाहर रोडवेज कर्मियों ने प्रदर्शन करके अपना रोष जताया. साथ ही मांगें नहीं मानी जाने पर 12 नवंबर को आंदोलन की चेतावनी भी दी.
रोडवेज कर्मचारी नेता विजय सिंह चौहान ने बताया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों का बकाया और कार्यरत कर्मचारियों को दीपावली पूर्व वेतन और बोनस देने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. सोमवार को रोडवेज एमडी राजेश्वर सिंह ने रोडवेज के नेताओं से वार्तालाप भी किया और आश्वासन दिया, लेकिन नेताओं ने लिखित आश्वासन नहीं देने तक आंदोलन को स्थगित नहीं करने की बात कही.
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उन्होंने कहा कि मंगलवार और बुधवार को स्थानीय स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा और अगर 12 नवंबर तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो दोपहर 1 बजे प्रदेशभर के रोडवेज का चक्काजाम कर दिया जाएगा. इसकी समस्त जिम्मेदारी रोडवेज प्रबंधन की होगी.