अजमेर. दरगाह कमेटी सदर अमीन पठान ने बताया कि (Amin Pathan Chairman Dargah Committee) दरगाह एवं स्कूल की बदनामी न हो, इस कारण मामले को पहले सार्वजनिक नहीं किया गया. नाजिम अशफाक हुसैन को केवल इस्तीफा देने के लिए कहा गया था, लेकिन कुछ लोग उनके इशारे पर कमेटी के दफ्तर के बाहर धरना देकर बैठ गए. धरने पर बैठे लोग कमेटी के कार्यकाल में 5 नाजिम के इस्तीफे दिए जाने का झूठा बयान दे रहे हैं.
इनके अलावा भी कुछ लोग कमेटी पर भ्रष्टाचार का झूठा आरोप लगाकर कह रहे हैं कि नाजिम ने कमेटी को भ्रष्टाचार करने से रोका, इसलिए उनसे इस्तीफा मांगा गया. जबकि वास्तविकता यह है कि उनके कार्यकाल में तीन अशफाक हुसैन तीसरे नाजिम हैं. पहले नाजिम का कार्यकाल पूरा हो गया था. दूसरे नाजिम ने खुद ही सेहत का हवाला देकर मंत्रालय को इस्तीफा भेजा था. तीसरे नाजिम सेवानिवृत अशफाक हुसैन हैं. इनको शिकायत के आधार पर इस्तीफा देने के लिए कहा गया है.
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पठान ने बताया कि मई 2021 से नाजिम अशफाक हुसैन एक महिलाकर्मी को वाट्सएप पर बदनीयती से (serious allegations on retired ias ashfaq) परेशान कर रहे थे. महिलाकर्मी ने कमेटी को सबूत के साथ शिकायत की थी. इसके बाद नाजिम को मामले से अवगत करवाकर उनसे इस्तीफा मांगा गया था. कमेटी चाहती थी कि नाजिम इस्तीफा देकर चले जाएं. नाजिम अशफाक हुसैन के इशारे पर धरना दिलवाया गया, अर्नगल आरोप लगवाए गए, तब मजबूरी में नाजिम अशफाक हुसैन के इस्तीफे को सार्वजनिक करना पड़ा है. पठान ने यह भी कहा कि इस मामले में कमेटी कानूनी कार्रवाई नहीं करेगी.