अजमेर. विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के उर्स मेले में हाजरी लगाने के लिए बनारस से राष्ट्रीय बुनकर एक्शन कमेटी से जुड़े लोग सद्भावना मिशन यात्रा लेकर दरगाह पंहुचे. कमेटी के लोग अपने साथ बेहद ही खूबसूरत तिरंगा चादर लेकर आए, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रही.
बता दें कि बाबा विश्वनाथ काशी से 25 साल से सद्भावना मिशन यात्रा लेकर विभिन्न धर्मों के लोग अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में राष्ट्रीय बुनकर एक्शन कमेटी के बैनर तले आ रहे हैं. इससे पहले सद्भावना मिशन यात्रा दिल्ली पहुंची. जहां महात्मा गांधी की समाधि पर उन की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य पर और इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर प्रार्थना सभा आयोजित की. इसके बाद यात्रा पुष्कर पहुंची, जहां सभी ने जगतपिता ब्रह्मा के दर्शन किए. पुष्कर से सद्भावना मिशन यात्रा ख्वाजा गरीब नवाज के नगरी अजमेर पहुंची. जहां धान मंडी से तिरंगी चादर के जुलूस के साथ सभी दरगाह पहुंचे.
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सभी ने मिलकर आस्ताने शरीफ में ख्वाजा गरीब नवाज की मजार पर तिरंगी चादर और अकीदत के फूल पेश किए. राष्ट्रीय बुनकर एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरफराज अहमद 'राजीव' ने बताया कि सद्भावना मिशन यात्रा का उद्देश्य देश को एकता और अखंडता के बंधन में बांधना है. साथ ही देश को तोड़ने वाली विघटनकारी ताकतों को करारा जवाब देना है.