अजमेर. शहर के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरु अस्पताल में कुछ दिन पहले अस्पताल में मरीज के परिजनों द्वारा प्रेग्नेंट डॉक्टर के साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार करने का मामला सामने आया था. जिसके बाद मंगलवार को गुस्साएं रेजीडेंट डॉक्टर ने इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.
वहीं मांग पूरी नहीं होने पर रेजीडेंट डॉक्टर बुधवार दोपहर 3 बजे के बाद से अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार पर जा सकते हैं. बता दें कि इस मामले में डॉक्टरों ने कोतवाली थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया था, लेकिन मुकदमे में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने पर डॉक्टरों में गहरा रोष व्याप्त है और उसी के चलते मंगलवार को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के सामने रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की जीबीएम आयोजित की गई. इसमें निर्णय लिया गया कि अगर पुलिस द्वारा बुधवार दोपहर तक कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो सभी रेजिडेंट अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे.
जानकारी देते हुए रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर गोवर्धन कहा कि जीबीएम में सभी सदस्यों के द्वारा अपने अपने विचार रखे गए. साथ ही सर्वसम्मति से ये फैसला लिया गया कि 27 अक्टूबर 2020 को इमरजेंसी मेडिकल यूनिट में महिला चिकित्सक और कर्मचारियों के साथ जो भी गाली गलौज, मारपीट की घटना हुई है.
पढ़ेंः बैंसला से मिलने दूसरे गुट का 11 सदस्यीय दल हिंडौन रवाना, आंदोलन खत्म करने की करेगा अपील
उस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस प्रशासन को 8 दिन का समय दिया जा चुका है. यदि अब अगले 24 घंटे में सुशील भटनागर और अन्य सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होते हैं, तो बुधवार को दोपहर 3:00 बजे से जेएलएन हॉस्पिटल के सभी रेजिडेंट (वार्ड, आईसीयू, इमरजेंसी, कोविड) अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे. इस दौरान से मरीजों को कोई भी हानि होती है, उसके लिए प्रशासन जिम्मेवार होगा.