अजमेर. महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद उनके प्रशंसक काफी मायूस हो चुके हैं. वहीं क्रिकेट जगत से जुड़े उनके चाहने वाले लोगों का कहना है कि धोनी जैसा अब मैदान में कोई भी नहीं आ सकता है.
अजमेर जिला के क्रिकेट संघ के सचिव राजेश भड़ाना ने कहा कि धोनी का स्टाइल और उनके खेलने का तरीका काफी अलग था. जो अब देखने को शायद ही मिलेगा. जिसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके जैसा तो कोई भी खेल लेगा, लेकिन उस तरह की टेक्निक का इस्तेमाल हर कोई नहीं कर सकता है.
भड़ाना ने कहा कि जिस तरह से धोनी विकेट के पीछे खड़े होकर पूरा का पूरा क्रिकेट मैच को ही पलट देते थे. यह देखने को अब नहीं मिल पाएगा. क्रिकेट के कोच शराफत खान ने भी कहा कि धोनी की फिटनेस आज भी इतनी है कि उन्हें संन्यास नहीं लेना चाहिए था. अगर वह अभी खेलते तो टीम इंडिया को 2021 का वर्ल्ड कप भी दिला सकते थे. उनकी तकनीक और फुर्ती का इस्तेमाल कर इंडिया बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी. धोनी टीम इंडिया के लिए एक आयडल के रूप में माने जाएंगे.
इसके साथ ही राजस्थान खिलाड़ी संघ के प्रदेश अध्यक्ष और दूरदर्शन के कॉमेंटेटर शिवदत्त पाराशर ने कहा कि धोनी ने जो सफर तय किया है, वो उनकी मेहनत से तय हुआ है. वहीं आज की युवा पीढ़ी उनके तरीकों को अपना ले, तो एमएस धोनी निकल कर आ सकते हैं. लेकिन सभी के लिए धोनी जैसा स्ट्रगल करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा नजर आ रहा है.
पढ़ेंः जयपुर: तेज बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचा भाजपा प्रतिनिधिमंडल
सुशांत सिंह की मौत के बाद थे मायूस
वहीं भड़ाना ने कहा कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मौत के बाद महेंद्र सिंह धोनी काफी मायूस हो चुके थे. क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी के रूप में लोग सुशांत सिंह राजपूत को देखने लगे थे. लेकिन सुशांत की मौत के बाद वह कहीं ना कहीं मायूस हो गए थे. जहां प्रशंसकों को लग रहा है कि धोनी के संन्यास लेने के पीछे यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है.