अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शनिवार को शिक्षा सत्र 2020-21 के लिए कक्षा 9 से 12वीं तक का संशोधित पाठ्यक्रम जारी कर दिया है. कोविड 19 को दृष्टिगत रखते हुए पाठ्यक्रम में लगभग 40 प्रतिशत की कमी की गई है. संशोधित पाठ्यक्रम बोर्ड की वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in पर अपलोड कर दिया गया है.
बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली ने बताया कि बोर्ड ने गठित उच्च स्तरीय पाठ्यक्रम समिति ने पाठ्यक्रम में संक्षिप्तीकरण के लिए एक प्रारूप तैयार कर विषय विशेषज्ञों को उपलब्ध करवाया गया था. जिससे पाठ्यक्रम संक्षिप्तीकरण में समरूपता बनी रहे. संशोधित पाठ्यक्रम में विषयों की मूल अवधारणा के ज्ञान पर विशेष जोर दिया गया है. पाठ्यक्रम समिति और विभिन्न विशेष समितियों ने जिन कक्षाओं में सीबीएससी का पाठ्यक्रम लागू है, उन कक्षाओं के पाठ्यक्रम में कमी करते समय सीबीएसई की ओर से अपनाई गई कार्य विधा को भी मद्देनजर रखा गया है.
उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम समिति और विशेष समितियों को निर्देश दिए गए थे कि पाठ्यक्रम में ऐसे विषय वस्तु को ना हटाया जाए, जो उस अध्याय में मूल अवधारणा को व्यक्त करते हैं. डॉ. जारोली ने बताया कि 13 दिसंबर को राजस्थान बोर्ड राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश में राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा आयोजित करने जा रहा है. यह परीक्षा राजस्थान बोर्ड के गत वर्ष के कक्षा 9 के संपूर्ण पाठ्यक्रम और कक्षा 10 के इस वर्ष के संशोधित पाठ्यक्रम पर आधारित होगी. इस परीक्षा के लिए चालू शैक्षिक सत्र में कक्षा 10 में अध्ययनरत विद्यार्थी स्कूल के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे.
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बोर्ड अध्यक्ष के स्तर पर पाठ्यक्रम में कटौती के लिए एक उच्च स्तरीय पाठ्यक्रम समिति का गठन किया गया था. जिसमें सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अजमेर के प्राचार्य मुन्ना लाल अग्रवाल, जयपुर राजस्थान विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर मदन लौरी, शैलेंद्र गुप्ता, कॉलेज शिक्षा सहायक निदेशक डॉ सुनीता पचौरी और महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से प्रोफेसर नीरज भार्गव नामित सदस्य हैं.