अजमेर. शहर में ऑनलाइन ठगी की वारदातें अब बढ़ने लगी है. आंकड़ों की बात करें तो साइबर क्राइम अत्यधिक संख्या में सामने आने लगे हैं. जिसमें लोग ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन ठगी जैसी वारदातों का शिकार हो रहे हैं.
बता दें कि शातिर ठग शातिराना तरीके से लोगों के खातों में से पैसे उड़ा देते हैं और उन्हें भनक भी नहीं लगती. वहीं जब उनके खातों से पैसे निकल जाते हैं तब उन्हें जानकारी मिलती है कि वह ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए हैं. जिस तरह से लोगों को जागरूक करने की बार-बार अपील की जा रही है उसके बाद भी ऑनलाइन ठगी की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.
शहर में ऑनलाइन ठगी का फिर से एक मामला सामने आया है. जहां सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले अभियोजन अधिकारी पद पर तैनात शैलेंद्र मेड़तिया ऑनलाइन ठगी की वारदात का शिकार हुए हैं. बता दें कि शातिर ठग ने शैलेंद्र को इलाहाबाद के मित्र की आवाज में फोन किया और कहा कि उसे उनके अकाउंट में 20 हजार रुपये डलवाने हैं इसलिए अगर उनके पास पेटीएम है तो उसका नंबर दें.
वहीं शैलेंद्र के पास पेटीएम नहीं होने के चलते उन्होंने अपने दूसरे मित्र प्रणय को फोन कर सब बताया और उसके अकांउट में पैसे डलवाने की बात कही. जिसपर प्रणय ने ठग को पैसे डलवाने के लिए अपने पेटीएम की डीटेल दे दी. जिसके बाद प्रणय के अकांउट से 20-20 हजार के 5 ट्रांजैक्शन कर 1 लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया.
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मामले की सूचना पर प्रणय ने अभियोजन अधिकारी शैलेंद्र को इसकी शिकायत दी तो उन्होंने अज्ञात के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज करवाया. शैलेंद्र के अनुसार यह ट्रांजैक्शन हरियाणा से किए गए हैं और बदमाश ने शातिराना अंदाज में बात कर इस वारदात को अंजाम दिया. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है और आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है.